
तहसील हुजूर लेकिन विधानसभा क्षेत्र गोविंदपुरा में शामिल है अनंतपुरा! जानिए मछली परिवार का कनेक्शन, नया खुलासा, प्रशासन की पैनी नजर!
भोपाल।हुजूर विधानसभा क्षेत्र के ज्यादातर गांव प्रशासन की सूची यानी तहसील स्तर हुजूर में शामिल हैं, लेकिन मछली परिवार का ठिकाना बना अनंतपुरा ही ऐसा गांव है, जो गोविंदपुरा विधानसभा में आता है और तहसील हुजूर ही है।
ऐसे में अब यही सवाल उठ रहा है कि ऐसा क्या खास है मछली परिवार के अनंतपुरा गांव में, जो उसे ही सिर्फ गोविंदपुरा विधानसभा में रखा गया है।
सूत्रों की मानें, तो 1990 में बसा अनंतपुरा गांव शुरू से ही गोविंदपुरा विधानसभा में आता था और यहां पर शुरु में 50-60 घर ही हथाईखेड़ा डैम के नजदीक बने हुए थे। धीरे-धीरे यहां पर मछली परिवार के लोगों का दखल बढ़ा, तो मकानों और वोटर्स की संख्या लगातार बढ़ती गई। अब यह संख्या हजारों में हैं। वहीं, बीते कुछ समय से जिला प्रशासन लगातार अनंतपुरा गांव में उनकी जमीनों का रिकॉर्ड खंगाल रहा है।
जमीनों के स्वामित्व, खरीद-फरोख्त और रजिस्ट्री से जुड़े दस्तावेजों को खंगालने का काम तहसील स्तर से लेकर जिला प्रशासन तक किया जा रहा है।
*सरकारी जमीनों पर बसाए लोग, कमाएं लाखों रुपए*
सूत्रों के मुताबिक, अनंतपुरा की सरकारी जमीनों पर मछली परिवार ने कई वर्षों में बड़े स्तर पर कब्जे किए और कथित रूप से कॉलोनाइजिंग भी की। प्रशासन को शिकायतें मिली थीं कि यहां खेतों और सरकारी जमीनों पर कब्जा कर अवैध प्लॉटिंग की गई। यही कारण है कि इस गांव के साथ आसपास के गांवों में भी मछली परिवार का असर दिखाई देता है, तब अनंतपुरा पर प्रशासन की निगाहें और भी पैनी हो गई हैं।
*2008 में परिसीमन, फिर भी नहीं बदली सीमा*
बताया जा रहा है कि 2008 में हुए विधानसभा क्षेत्रों के परिसीमन में गोविंदपुरा विधानसभा से अलग हुजूर विधानसभा क्षेत्र का गठन किया गया। कोकता बायपास के आसपास अनेक गांव को गोविंदपुरा से हटाकर हुजूर विधानसभा में शिफ्ट किया गया, जो हुजूर तहसील में आते थे। लेकिन अनंतपुरा गांव को छेड़ा तक नहीं गया। वोट बैंक के नजरिए से इसे गोविंदपुरा विधानसभा में ही रखा गया, जबकि यह हुजूर तहसील के अंतर्गत आता है।
प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अब तक मिली जानकारी के आधार पर अनंतपुरा गांव में जमीनों के कई सौदे संदिग्ध पाए गए हैं। दस्तावेजों की जांच के दौरान पुराने रिकार्ड्स और हालिया नामांतरणों में विसंगतियां सामने आई हैं।
*गंभीर आरोपों से घिरा है मछली परिवार*
मछली परिवार के खिलाफ पहले से ही ड्रग्स, अवैध कॉलोनाइजिंग और लव जिहाद जैसे गंभीर आरोपों की जांच चल रही है। अब जमीनों के मामले में भी रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। लगातार जांच जारी है, ऐसे में और भी नए खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है। प्रशासन का फोकस इस बात पर है कि कहीं सरकारी भूमि या चारागाह पर कब्जा तो नहीं किया गया है। इस दिशा में राजस्व अमले को जमीन पर जाकर सीमांकन और सत्यापन के आदेश दिए गए हैं। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि अनंतपुरा में कई वर्षों से भूमाफिया सक्रिय रहे हैं और अब प्रशासन की कार्रवाई से तस्वीर साफ हो सकेगी। फिलहाल जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अनंतपुरा में मछली परिवार से जुड़ी हर जमीन की बारीकी से जांच की जाएगी और जहां भी गड़बड़ी मिलेगी, वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।





