Angry IAS Officer: महिला IAS अधिकारी सहित दर्जनों यात्री दो घंटे उड़ान का करते रहे इंतज़ार

महिला IAS अधिकारी ने ट्वीट कर अपनी और फ्लाइट के यात्रियों की पीड़ा व्यक्त की 

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Angry IAS Officer: महिला IAS अधिकारी सहित दर्जनों यात्री दो घंटे उड़ान का करते रहे इंतज़ार

क्या आप सोच सकते हैं कि जिस पायलट को फ्लाइट में होना था वह किसी दूसरी फ़्लाइट में चला गया और यात्री अपनी फ्लाइट के उड़ान का 2 घंटे तक इंतजार करते रहे?

कुछ ऐसा ही पिछले दिनों एक फ्लाइट में हुआ जिस पर महिला IAS अधिकारी ने ट्वीट कर नाराजगी जाहिर करते हुए, अपनी और फ्लाइट के यात्रियों की पीड़ा व्यक्त की।

दरअसल शुक्रवार की रात मुम्बई से दिल्ली जा रहे गो फर्स्ट की फ्लाईट में दर्जनों यात्री जिसमें एक वरिष्ठ महिला IAS अधिकारी भी थीं, को लगभग दो घंटे फ्लाईट के उड़ान के लिए इसलिए इंतज़ार करना पड़ा क्योंकि फ़्लाइट के पायलट, जैसा कि यात्रियों को बताया गया, किसी दूसरे फ्लाइट में चले गए.

लगभग एक घंटे के इंतज़ार के बाद उक्त महिला IAS अधिकारी सोनल गोयल ने अपने ग़ुस्से का इज़हार करते हुए ट्वीट किया जिसमें उन्होंने इस बात पर गहरी आपत्ति जतायी कि दर्जनों यात्री जिसमें बुजुर्ग और बच्चे भी हैं उनको बिना बताए और बिना फूड सर्व किए फ़्लाइट में बैठाए रखा गया है और फ़्लाइट उड़ान नहीं भर रही है.

महिला अधिकारी का पहला ट्वीट एक घंटे की प्रतीक्षा के बाद जिसमें उन्होंने लिखा कि पैसेंजर्स फ़्लाइट में एक घंटे से बैठे हुए हैं जबकि फ्लाइट का डिपार्चर टाइम 22:30 पर था और एयरलाइंस स्टाफ यह कह रहा है कि कैप्टन उपलब्ध नहीं है.

उन्होंने यह भी कहा कि कैबिन क्रू प्रतीक्षारत यात्रियों को फ़ूड सर्व नहीं कर रहा है.

उन्होंने यह प्रश्न उठाया कि जब कैप्टन उपलब्ध नहीं है तो इन सारे यात्रियों को फ़्लाइट में बैठाया क्यों गया और उन्होंने कहा कि इसके बारे में यात्रियों को पहले से सूचना भी नहीं दी गई।

नई दिल्ली के त्रिपुरा भवन में रेजिडेंट कमिश्नर के पद पर तैनात सोनल गोयल की ट्वीट पर ट्वीट के माध्यम से ही प्रतिक्रिया करते हुए गो फर्स्ट एयरलाइंस ने कहा कि वे पूरी कोशिश करते हैं कि एयरलाइंस एयरलाइन अपनी सेवाओं को समय पर पूरा करे पर कई बार ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जिसके बारे में पहले सोचा नहीं जा सकता था.

एयरलाइंस ने यात्रियों को असुविधा के लिए ‘सॉरी’ बोलते हुए यह कहा कि वे पूरी कोशिश करेंगे कि यात्रियों को ऐसी परिस्थिति का सामना ना करना पड़े.

हालाँकि इस स्पष्टीकरण से असंतुष्ट महिला अधिकारी ने यह माँग की कि जिन स्टाफ़ और अधिकारियों के कारण ऐसी परिस्थिति पैदा हुई उन पर जिम्मेदारी तय होनी चाहिए.

लगभग दो घंटे की देरी के बाद उड़ान भरने के पश्चात फ़्लाइट दिल्ली पहुंचा.

महिला अधिकारी ने शनिवार को एक ट्वीट नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके मंत्रालय को टैग करते हुए किया तथा उस उस घटना के बारे में बताया. उन्होंने पूछा कि क्या एयरलाइंस का इस तरह का अनप्रोफेशनल तरीक़ा स्वीकार योग्य है?

उन्होंने यह भी कहा कि यह बुरा अनुभव सिर्फ उनके साथ ही नहीं हुआ बल्कि उस फ़्लाइट में बैठे सारे यात्रियों के साथ हुआ और वे आशा करती हैं कि एयरलाइंस इस घटना की गंभीरता को समझेगा.

हालाँकि अभी तक यह नहीं पता है कि नागरिक विमानन मंत्रालय या इसके मंत्री या अधिकारियों ने इस घटना का संज्ञान लिया है या नहीं या आगे क्या कार्रवाई की पर महिला अधिकारी के ट्वीट की प्रतिक्रिया के बहुत से लोगों ने गो फर्स्ट और अन्य एयरलाइंस के उड़ानों में अपने इसी तरफ के अनुभवों का ज़िक्र किया है.

प्रीति गिल नाम की एक महिला ने सोनम गोयल के ट्वीट पर जवाब देते हुए और गो फर्स्ट को टैग करते हुए यह कहा कि आप लोग अक्सर फ्लाइट्स घंटो देर कर देते हैं या स्थगित कर देते हैं और आप अपने कस्टमर्स के समय और प्रयासों के कीमत को नहीं समझते. उन्होंने कहा कि इसी तरह की एक घटना अमृतसर की फ़्लाइट में हुई और एक अन्य घटना गोवा के फ्लाइट के दौरान हुआ.

एयरलाइंस ने इस ट्वीट पर भी जवाब देते हुए यह कहा कि कई बार ऐसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है जिनके बारे में पहले सोचा हुए ना हो और वे पूरी कोशिश करेंगे अपने सेवाओं में सुधार के लिए.

भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार रंजन श्रीवास्तव ने इसी संदर्भ में भोपाल से हैदराबाद की इंडिगो फ्लाइट का जिक्र किया कि कैसे उन्हें फ्लाइट में ले जाने वाले बस में बैठने के बाद लगभग डेढ़ घंटे से ऊपर प्लेन में बैठने के लिए भोपाल एयरपोर्ट पर इंतज़ार करना पड़ा.