Announcement of Kamalnath : सात दिन में अवैध निर्माण तोड़ें, नहीं तो कांग्रेस कोर्ट जाएगी!

लोगों ने नाम लेकर सांसद पर अतिक्रमण बचाने का आरोप लगाया!

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Announcement of Kamalnath : सात दिन में अवैध निर्माण तोड़ें, नहीं तो कांग्रेस कोर्ट जाएगी!

इंदौर। रामनवमी पर स्नेह नगर के बेलेश्वर महादेव मंदिर हादसे के घायलों और पीड़ित परिवारों से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार सुबह मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिजनों से भी बातचीत की। घटना के पीड़ितों ने रो रोकर उन्हें हादसे की आप बीती बताई। एक महिला का दर्द सुनकर कमलनाथ की भी आंखे भर आई। लोगों ने सांसद शंकर लालवानी का नाम लेकर कहा कि बगीचे में होने वाला अतिक्रमण सांसद के दबाव में हुआ। नोटिसों को वे ही दबाते थे। बगीचे में पार्षद का ऑफिस भी अतिक्रमण है।

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मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि स्थानीय लोगों ने नगर निगम में बगीचे में होने वाले अवैध निर्माण की शिकायत की थी। लेकिन, उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कमलनाथ ने कहा कि सात दिन में पूरा अवैध निर्माण तोड़ा जाए, वरना कांग्रेस अवैध निर्माण और दोषियों के खिलाफ कोर्ट जाएगी। उन्होंने कहा कि यह हादसा अवैध निर्माण का ही नतीजा है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सबसे पहले एप्पल अस्पताल पहुंचकर बेलेश्वर महादेव मंदिर हादसे में घायल हुए लोगों से मुलाकात की। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री पटेल नगर पहुंचे और पीड़ित परिवारों के घर जाकर सांत्वना दी। वह कच्छ पाटीदार समाज की धर्मशाला भी पहुंचे। रहवासियों ने कमलनाथ से कहा कि जब भी मंदिर की घंटी बजेगी, मृतकों के परिजनों का दर्द बढ़ेगा। लोगों ने स्थानीय नेताओं के दबाव और प्रभाव के खिलाफ भी कमलनाथ के सामने अपनी बात रखी। सांसद शंकर लालवानी को लेकर आज भी गुस्सा देखा गया। कहा गया कि अवैध निर्माण को बचाने में उन्होंने हस्तक्षेप किया है। कमलनाथ के सामने नगर निगम और प्रशासन के खिलाफ फिर पीड़ित परिवारों और समाज का गुस्सा निकला। बचाव दल के पास पर्याप्त साधन तक नहीं थे।

बचाव कार्रवाई में देरी का विरोध

कांग्रेस ने ने बचाव कार्रवाई में देरी होने पर भी सवाल किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आएगी, तो हर जिले में रेपिड रेस्क्यू फोर्स का गठन किया जाएगा, जो 15 मिनट में मौके पर पहुंचेगी। जबकि, मंदिर हादसे में सेना की टीम घटनास्थल पर 12 घंटे बाद पहुंची। एनडीआरएफ और स्टेट बचाव दल भी देरी से और बिना तैयारी से घटना स्थल पर आया। तब तक बचाव का कोई प्रबंध नहीं और इसे हम स्मार्ट सिटी कहते है, यह शर्म को बात है। कमलनाथ ने कहा कि लोगों ने बताया कि शिवराज जी ने हमसे बात नहीं की, हमारी बात सुनी भी नहीं। दरअसल, शिवराज जी केवल इवेंट और मीडिया के सामने दो बातें करते हैं। मुआवजे की बात करके से सबकुछ साफ करते हैं।

बावड़ी हादसे का दर्द

रामनवमी पर स्नेह नगर के पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव मंदिर में बनी बावड़ी की छत धंसने के कारण 50 से ज्यादा लोग बावड़ी में गिर गए थे। हालांकि पहली सूचना के करीब डेढ़ घंटे के बाद मदद मिली थी। सेना को करीब 12 घंटे के बाद रेस्क्यू के लिए बुलाया गया। इनमे से 18 लोगों को बचाया गया। लेकिन, हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई थी। सेना, एनडीआरएफ और नगर निगम ने करीब 26 घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन चलाया।