Anshuman Gaikwad Seriously Ill : जाने माने क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ गंभीर बीमार, लंदन में भर्ती, BCCI से मदद की गुहार!

संदीप पाटिल और दिलीप वेंगसरकर ने BCCI के कोषाध्यक्ष से इस बारे में बात की!

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Anshuman Gaikwad Seriously Ill : जाने माने क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़ गंभीर बीमार, लंदन में भर्ती, BCCI से मदद की गुहार!

 

Mumbai : विख्यात बल्लेबाज और भारतीय टीम के पूर्व कोच जानलेवा बीमारी ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं। वे लंदन में इलाज करा रहे हैं। लेकिन, उनके पास पैसों की कमी है। टीम इंडिया के दो बड़े पूर्व खिलाड़ियों ने बीसीसीआई तक यह बात पहुंचाई और मदद की मांग की। बीसीसीआई कोषाध्यक्ष ने कहा कि वे इस मामले को देखेंगे और मदद की कोशिश भी करेंगे।

पूर्व बल्लेबाज और चीफ सेलेक्टर रह चुके संदीप पाटिल ने अपने साथी के लिए बीसीसीआई से मदद की गुहार लगाई। टीम इंडिया के पूर्व कोच अंशुमन गायकवाड़ इस बीमारी से जूझ रहे हैं। पाटिल ने कहा है कि अंशुमन के पास अपना इलाज करने के लिए पैसे नहीं हैं। इसलिए उन्होंने बीसीसीआई से पूर्व खिलाड़ी की मदद की गुहार लगाई है।

अंशुमन गायकवाड़ बीते एक साल से ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं। वे लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में भर्ती हैं। संदीप पाटिल और पूर्व बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर ने भी उनसे मुलाकात की। मिलने के बाद दोनों ने बीसीसीआई से अंशुमन की मदद की बात कही है।

मदद के लिए बीसीसीआई ने भरोसा दिलाया

संदीर पाटिल मुंबई के इवनिंग डेली ‘मिड-डे’ में अपने कॉलम में ये बात बताई। संदीप ने लिखा कि अंशुमन ने मुझे बताया कि उन्हें इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। दिलीप और मैंने बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अशीष शेलार से बात की। हमने अंशुमन से मिलने के बाद आशीष से बात की। आशीष ने तुरंत कहा कि वह इस मामले में मदद के लिए हमारी और दूसरे पूर्व क्रिकेटरों की अपील पर ध्यान देंगे।

संदीप ने लिखा कि मुझे भरोसा है कि वह इस मामले पर ध्यान देंगे और अंशु के जीवन को बचाएंगे। किसी भी देश के किसी भी क्रिकेटर को बोर्ड की मदद करनी चाहिए,लेकिन अंशु के मामले को प्राथमिकता मिलनी चाहिए और उस पर तुरंत ध्यान दिया जाना चाहिए।

अंशुमन दो बार भारत के कोच रहे

अंशुमन गायकवाड़ भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए 1975 से लेकर 1987 तक क्रिकेट खेली है। इस दौरान अंशुमन ने भारत के लिए 40 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले हैं। वह टीम इंडिया के कोच भी रहे। उन्होंने ये जिम्मेदारी दो बार संभाली। पहली बार वह 1997 से 1999 तक टीम के कोच रहे। इसके बाद 2000 में फिर दोबारा टीम के कोच रहे।