Architect Committed Suicide : भोपाल के आर्किटेक्ट ने इंदौर में आत्महत्या की, होटल में नस काटी!
Indore : लसूड़िया इलाके की एक होटल में भोपाल से आकर आत्महत्या करने वाले आर्किटेक्ट मिलिंद जुमड़े के परिजन पोस्टमार्टम के बाद शव ले गए। होटल के कमरे में मिले सुसाइड नोट में मृतक ने अपने पार्टनर और एक अन्य व्यक्ति को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया। इन दोनों से पूछताछ व मृतक की पत्नी के बयान के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। लसूड़िया पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
एडीसीपी जोन-2 अमरेंद्र सिंह के अनुसार शाहपुरा भोपाल निवासी मिलिंद पिता अर्जुन जुमड़े (46) की मौत के मामले में उनकी फर्म के पार्टनर राजेश खांडे और मेहता नामक व्यक्ति से पूछताछ होगी। दोनों व्यक्ति भोपाल निवासी हैं। मिलिंद ने अपने चार पेज के सुसाइड नोट में अपने पार्टनर और एक अन्य व्यक्ति दोनों के द्वारा करोड़ों का नुकसान पहुंचाने का जिक्र है। जल्द ही पत्नी के बयान भी लिए जाएंगे। सुसाइड नोट में लिखा है कि मिलिंद की फर्म में शेयर का प्रतिशत काफी कम हो गया था। कुछ प्रोजेक्ट में मुझे घाटा करवाया गया, इस वजह से बहुत तनाव था।
राजधानी के नामी आर्किटेक्ट मिलिंद जुमड़े की खुदकुशी मामले में सुसाइड नोट से कई खुलासे हुए हैं। इसमें मिलिंद ने इंदौर मॉलिक्यूल बार के पार्टनर राजेश खांडे और भोपाल मॉलिक्यूल के पार्टनर प्रिमेश मेहता पर प्रताड़ित करने का जिक्र किया है।
बुधवार को परिजन लोकेशन के आधार पर होटल पहुंचे। होटल के कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। जिसे खोला गया तो मिलिंद का शव कमरे के बाथरूम में पड़ा हुआ था। मृतक द्वारा सुसाइड नोट भी लिखा गया था, जिसे पुलिस ने जब्त किया है। एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह का कहना है कि सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। जांच के बाद राजेश खांडे और प्रिमेश मेहता पर मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
इंदौर के लसूड़िया इलाके की होटल ‘ला फ्लोरा’ में सल्फास खानकर हाथ की नस काटकर आर्किटेक्ट ने आत्महत्या कर ली थी। गुरुवार को इंदौर पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद उनका शव परिजनों को सौंप दिया। कोलार के सनखेड़ी विश्रामघाट में गुरुवार शाम उनका अंतिम संस्कार हुआ। पुलिस को साढ़े 6 पन्नों का सुसाइड नोट मिला है।
जानकारी के मुताबिक रुद्राक्ष पार्क फेस-1, शाहपुरा निवासी 46 वर्षीय आर्किटेक्ट मिलिंद जुमड़े अर्थ एसोसिएट के प्रोप्राइटर थे। उन्होंने मिंटो हाल, सैर सपाटा जैसे कई बड़े प्रोजेक्ट में काम किया था। पिछले कुछ समय से वे आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। मिलिंद 30 सितंबर से होटल ला फ्लोरा में रुके हुए थे। उन्होंने 2 अक्टूबर को होटल स्टाफ से कहा था कि कल के पैसे एडवांस ले लो, पर मुझे डिस्टर्ब मत करना। जब तक मैं न बुलाऊं कोई रूम में न आए।