Ardas & Purification : खालसा कॉलेज में सिखों ने अरदास कर शुद्धीकरण किया!
Indore : गुरु नानक देव की जयंती के अवसर पर खालसा कॉलेज में प्रकाश पर्व का कार्यक्रम हुआ था। इसमें 1984 में इंदिरा गांधी हत्याकांड के बाद हुए सिख विरोधी दंगों के आरोपी कांग्रेस नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को बुलाकर उनका सत्कार किया गया था। इसे लेकर सिख समाज के लोगों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई। आज घोषणा की गई थी कि 1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपी कमलनाथ की उपस्थिति से नाराज सिख समाज आज अहम साढ़े 4 बजे खालसा कॉलेज में शुद्धीकरण और अरदास करेंगे।
शाम को समाज के लोग एकत्रित होकर खालसा कॉलेज पहुंचे और वहां अरदास कर वाहेगुरु से गुरु सिंह सभा के सदस्यों को सद्बुद्धि प्रदान करने की अरदास की। उसके बाद दूध एवं तख्त श्री दरबार साहिब अमृतसर के सरोवर से लाए गए जल से धरती को पवित्र किया गया। इस अवसर पर ऋषि सिंह खनूजा, मनी भाटिया, हरप्रीत कौर लूथरा, गुरजीत कौर खनूजा, गुरवीन छाबड़ा, परमीत छाबड़ा, मनदीप सिंह छाबड़ा, प्रीतम सिंह लूथरा, सतनाम सिंह खनूजा, अजीत सिंह टुटेजा और अन्य लोग उपस्थित रहे।
कल हुआ था कमलनाथ का विरोध
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को कमलनाथ खालसा कॉलेज में आयोजित प्रकाश पर्व में पहुंचे और मत्था टेका। इस पर वहां के पदाधिकारियों ने उन्हें सरोपा सौंपकर सम्मान किया। लेकिन, उनके जाते हंगामा हो गया। पंजाब से आए कीर्तनकार मनप्रीत सिंह कानपुरी ने सचिव राजा गांधी को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि शर्म करो। जिसने सिखों के घर बर्बाद कर दिए, जो 1984 का दोषी है, तुम उसके गुणगान गा रहे हो!
इस पूरी घटना के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर भी आए और पंजाब भी पहुंचे। वहां भी इसे लेकर सरगर्मी है। गुरुसिंघ सिख सभा के अध्यक्ष (प्रभारी) दानवीर सिंह छाबड़ा का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। दोपहर को कमलनाथ के आने के कारण कीर्तन का कार्यक्रम दो-पांच मिनट लेट हुआ, जिसके चलते कीर्तनकार मनप्रीत सिंह की नाराजगी थी। उन्होंने कहा कि कहा कि यह मनप्रीत सिंह के निजी विचार हो सकते हैं।