Bhopal : केरल में तीन दिन पहले मानसून आने के बाद अब 9 जून से मध्यप्रदेश में हल्की बारिश का दौर शुरू होगा। जबकि, पूरे मध्यप्रदेश में 16 से 20 जून तक मानसून का जमकर आगमन होगा। इस बार प्रदेश में मानसून दो तरफ से आएगा। बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी मानसून आकर कहर बरपाएगा। मध्य प्रदेश में मानसून का आगमन 16-20 जून के बीच होने के आसार हैं। इसके बाद 20 से 22 जून तक पूरे प्रदेश में जमकर बरसात का अनुमान लगाया गया है। देश में इस साल 103% बारिश की उम्मीद, पंजाब-हिमाचल समेत 12 राज्यों में जून में सामान्य से ज्यादा बरसेगा पानी
इस बार मानसून 3 दिन पहले केरल पहुंचा। इसके अगले दो दिन में कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा, पूर्वोत्तर, सिक्किम और हिमालयी पश्चिम बंगाल तक पहुंचने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि इस बार देश में औसत बारिश अच्छी रहेगी। मध्य प्रदेश के कुछ इलाकों में 3 से 5 दिन शुष्क रहेंगे।
3 से 4 जून तक मानसून केरल के साथ-साथ तमिलनाडु और कर्नाटक में आगे बढ़ेगा। इस दौरान त्रिपुरा, मिजोरम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड में भी बारिश होगी। IMD ने इस बार जून से सितंबर तक देश में 103% बारिश की उम्मीद जताई है। जून में पंजाब में भी मानसून सीजन के दौरान सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है।
इस बार मानसून निर्धारित समय एक जून से तीन दिन पहले रविवार को केरल पहुंच गया था। जिसके बाद से ही बारिश की शुरुआत हो चुकी है। मानसून केरल और तमिलनाडु के कई हिस्सों में आगे बढ़ा। लेकिन, मौसम-तंत्र की बंगाल की खाड़ी वाली शाखा कुछ कमजोर लग रही है। ऐसे में पूर्वोत्तर भारत में मानसून की गति कुछ धीमी रह सकती है।
कब कहां पहुंचेगा मानसून
1 जून लक्षद्वीप, पुडुचेरी और तमिलनाडु। 3 जून कर्नाटक, असम और मेघालय। 4 से 7 जून के बीच महाराष्ट्र, तेलंगाना और सिक्किम, 8 से 15 जून तक छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड के बाद 16 से 20 जून के बीच मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और गुजरात में सक्रिय होगा।