Arunish Chawla: केंद्र में राजस्व सचिव को अचानक हटाने को लेकर अटकलें तेज, 15 दिन में ही यह परिवर्तन क्यों?
नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा कल रात राजस्व सचिव अरुणीश चावला को अचानक हटाने को लेकर अटकलों का बाजार तेज हो गया है। प्रशासनिक गलियारों में उन कारणों को खोजा जा रहा है जिससे यह बड़ा और महत्वपूर्ण बदलाव अचानक केंद्र सरकार ने क्यों किया!
इस फेरबदल ने सत्ता के गलियारों में हलचल पैदा कर दी है, क्योंकि अरुणीश चावला ने गत 25 दिसंबर को ही राजस्व सचिव का पदभार ग्रहण किया था। आखिर 15 दिन में ही ऐसा क्या हुआ जिससे कि चावला को राजस्व सचिव पद से हटाना पड़ा। इस अचानक परिवर्तन के लिए कोई आधिकारिक कारण तो नहीं बताया गया और नहीं कोई बात कर रहा है,जिससे अटकलों का बाजार गर्म है।
केंद्रीय बजट 2025 से पहले एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए, केंद्र सरकार ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1987 बैच के अधिकारी केंद्रीय वित्त सचिव तुहिन कांत पांडेय को राजस्व सचिव की जिम्मेदारियों को संभालने के लिए फिर से नियुक्त किया है, जिन्होंने चावला की जगह ली है।
भारतीय प्रशासनिक सेवा में 1992 बैच के अधिकारी चावला को निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) में स्थानांतरित किया गया है। वे संस्कृति सचिव का काम भी पूर्व अनुसार देखते रहेंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह बताया जा रहा है कि बजट से पहले राजस्व विभाग एक महत्वपूर्ण विभाग है, इसलिए इस पर कड़ी निगरानी की जरूरत है। इसके अलावा, संस्कृति सचिव के रूप में चावला की दोहरी जिम्मेदारी, गणतंत्र दिवस और आगामी महाकुंभ से संबंधित भारी कार्यभार ने भी इस निर्णय को प्रभावित किया होगा।
वित्त सचिव के रूप में, पांडे सक्रिय रूप से बजट प्रक्रिया का समन्वय कर रहे हैं। वे वित्त मंत्रालय के तहत राजस्व, व्यय, आर्थिक मामलों और वित्तीय सेवाओं के विभागों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, इसलिए माना जा रहा है कि उन्हें राजस्व सचिव का प्रभार भी सौंपा गया है।