असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi): हिन्दोस्तान में मुस्लिम फिरकावारी के बड़े रहनुमा;
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) से मेरी एक बार मुलाक़ात श्रीनगर, कश्मीर के अजिमुशान ग्रैंड होटल में हुई थी। वे मेम्बर आफ पार्लियामेंट के एक डेलीगेशन के साथ श्रीनगर आए थे।
मैं उस वक़्त CRPF का स्पेशल DG था और इस डेलीगेशन के सदर जनाब चिदंबरम से मिलने सुबह होटल गया था। वहाँ पूरा डेलीगेशन डाइनिंग लाउन्ज में नाश्ता कर रहा था।
इनमें सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, सीताराम येचुरी और राम विलास पासवान जैसी शख़्सियत भी शामिल थीं। कश्मीर में एक लंबे तशद्दुद के दौर के बाद हालात मामूल के मुताबिक़ आ रहे थे।
यह डेलीगेशन माहौल को और पुरअमन करने की कोशिशें करने आया था। ओवैसी से थोड़ी देर उनकी टेबल पर बैठकर दुआ सलाम हुई और कश्मीर के हालात पर उन्होंने मुझसे कुछ मालूमात की।
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) हिन्दोस्तान में मुस्लिम फिरकावारी के बड़े रहनुमा माने जाते है। हालाँकि इंतिखाबी सियासत में उनका कोई ख़ास वजूद नहीं है मगर मुसलमानों की तरफ़ से दलीलें रखने के लिए सभी चैनलों में वे बहुत पसंदीदा शख़्स है।
अभी हाल में ज्ञानवापी मस्जिद के मुताल्लिक उनके बयानात आ रहे है मगर मुझे उनकी दो बातें क़ाबिल ए ग़ौर महसूस हुई।
जहाँ उन्होंने मस्जिद की हिफ़ाज़त बहुत दमदारी से करने की बात कही वहीं उन्होंने यह कहा कि हम कोई भी तशद्दुद की बात नहीं करेंगे।
दूसरी बात उन्होंने यह कही कि इस मसले का हल सिर्फ़ जम्हूरियत और आईन के दायरे में ही होगा। उनका यह कहना हमारे मुल्क की जम्हूरियत के लिए बहुत इत्मिनानबख्श बात है।