Ashwini Sharma Passes Away : नहीं रहें अश्विनी शर्मा, हजारों आंखें हुईं नम, गुरुवार को होगा अंतिम संस्कार!

शर्मा का वड़ोदरा में निधन, परिजनों की सहमति से हुआ नेत्रदान!

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Ashwini Sharma Passes Away : नहीं रहें अश्विनी शर्मा, हजारों आंखें हुईं नम, गुरुवार को होगा अंतिम संस्कार!

Ratlam : रोटरी क्लब डायमंड के अध्यक्ष तथा कई खेल गतिविधियों से जुड़े, श्रमिक संगठनों में सक्रिय भागीदारी रखने वाले 61 वर्षीय समाजसेवी अश्विनी शर्मा का मंगलवार दोपहर को वड़ोदरा के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर रतलाम लाने के बाद रतलाम मेडिकल कॉलेज में उनके नेत्रदान हुए। बता दें कि 28 दिसम्बर की रात में ब्रेन स्ट्रोक आने की वजह से उन्हें वड़ोदरा ले जाया गया था जहां एक निजी अस्पताल में उनकी ब्रेन की सर्जरी हुई थी। उनके निधन की खबर सुनकर हर कोई अचम्भित हुआ, उन्होंने अपने मिलनसार व्यक्तित्व से रतलाम शहर के लोगों के मन में अटूट विश्वास और अपनत्व की छाप छोड़ रखी थी, उनके जीवन की विशेष बात यह थी कि अपने जीवन में उन्होंने 100 बार से अधिक रक्तदान कर मानवता को समर्पित किया था।

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आपको बता दें कि अश्विनी अनुज शर्मा, अरविन्द शर्मा के बड़े भाई थे उनकी अंतिम यात्रा गुरुवार को निज-निवास से निकलकर जवाहर नगर मुक्ती धाम पहुंचेगी जहां उनका अंतिम संस्कार होगा। अश्विनी शर्मा के नेत्रदान हेतु परिजनों को उनके नजदीकी मित्र तथा भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप उपाध्याय, ओमप्रकाश अग्रवाल, रोहित रुनवाल तथा भूपेश खिलोसिया ने प्रेरित किया। परिजनों की सहमति मिलने पर नेत्रम संस्था के मार्गदर्शन में रतलाम मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. अनीता मुथा को सूचित किया गया। अनिता मुथा के निर्देश पर नेत्र विभागाध्यक्ष डॉ. रिशेन्द्र सिसोदिया के नेतृत्व में नर्सिंग ऑफिसर राजवंत सिंह, विनोद कुशवाह और कमल ने पूरी टीम के साथ नेत्रदान की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूर्ण किया।नेत्रदान में विशेष बात यह रहीं कि टीम को दिवंगत शर्मा के निवास स्थान तक पहुंचाने और पुनः मेडिकल कॉलेज पहुंचाने की संपूर्ण व्यवस्था नेत्रम संस्था के सदस्य शलभ अग्रवाल ने अपने निजी वाहन से की।

नेत्रदान के दौरान हेमंत मूणत, नवनीत मेहता, सुशील मीनू माथुर, शलभ अग्रवाल, रोहित रुणवाल, प्रदीप उपाध्याय, भूपेश खिलोसिया, आयुष गुप्ता, विक्रम कोठारी, अमित नागर, पारस मूणत, अखिलेश गुप्ता, अमृत मांडोत, प्रोफेसर मनोहर जैन, धर्मेंद्र लालवानी तथा अजय ठाकुर मौजूद रहें। शर्मा के नेत्रदान की प्रक्रिया के दौरान परिवारजनों, रिश्तेदारों, मित्रों एवं शुभचिंतकों ने स्वयं उपस्थित रहकर कार्निया संरक्षण की प्रक्रिया को देखा, भ्रांतियों को दूर किया और भविष्य में नेत्रदान का संकल्प दोहराया!

अश्विनी शर्मा को मीडियावाला परिवार की और से विनम्र श्रद्धांजलि, सादर नमन!