विधानसभा चुनाव परिणाम तय करेंगे राज्यसभा की सीटों पर कौन पार्टी कितना दावा करती है!

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5 Ex CM's Sons Are Also Candidates

विधानसभा चुनाव परिणाम तय करेंगे राज्यसभा की सीटों पर कौन पार्टी कितना दावा करती है!

भोपाल। विधानसभा चुनाव परिणाम भले ही 3 दिसंबर को आने वाला है। लेकिन इस बार का चुनाव परिणाम कई मायने में काफी दिलचस्प होने वाला है। जहां प्रदेश में किस पार्टी की ताजपोशी होगी। वहीं अप्रैल माह 2024 में प्रदेश की खाली होने वाली 5 राज्यसभा की सीटों पर भाजपा- और कांग्रेस के खाते में कितनी- कितनी सीटे जाएगी। खाली हो रही पांच सीटों में भाजपा के हिस्से में अभी चार राज्यसभा की सीटे है, तो वहीं कांग्रेस के पास महज एक सीट है। भाजपा सांसद धर्मेंद्र प्रधान, कैलाश सोनी, अजय प्रताप सिंह, और कांग्रेस से राजमणि पटेल इन सभी राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल 2 अप्रैल 2024 को खत्म हो रहा है। राज्यसभा की सीटों को लेकर बीजेपी को अपना परचम दोहराना है तो बीजेपी को विधानसभा चुनाव परिणाम में कम से कम 152 सीटों की जरूरत होगी। विधानसभा चुनाव में मतदान फीसदी में जो बढ़ोत्री हुई उसको देखकर ऐसा अनुमान लगाना तर्कसंगत नहीं लगता है। लेकिन इतना तय है कि बीजेपी दो या तीन सीटों पर कम से कम अपना दावा कर सकती है। वहीं अगर कांग्रेस की बात करें कांग्रेस के लिए भी 152 सीटों का जादुई आंकड़े को छूना किसी ख्वाब से कम नहीं है। लेकिन इतना तय है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने या बीजेपी की राज्यसभा सांसदों के चुनाव में उसी पार्टी का दावा सबसे ज्यादा मजबूत होगा।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में राज्यसभा की कुल सीटे 11 है। राज्यसभा के चुनाव में एक विधायक के एक वोट का वैल्यु 100 होता है।

वर्ष 2020 में बीजेपी ने रची थी फॉर्मूला-
वर्ष 2020 में प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव हुआ था। बीजेपी ने जहां ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी को अपना उम्मीदवार बनाया था। वहीं कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया को अपना उम्मीदवार बनाया था। गौरतलब है कि राज्यसभा का चुनाव होने से तीन महीने पहले ही सिंधिया समर्थित 22 विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इस लिहाज से प्रदेश में विधानसभा की कुल सीटों की संख्या 206 हो गयी थी। इसलिए राज्यसभा के इस चुनाव में कांग्रेस का दावा बीजेपी के मुकाबले कमजोर हो गया था। बीजेपी ने अपने दोनों उम्मीदवारों को राज्यसभा में भेजने में जहां सफल हुई वहीं कांग्रेस को महज एक सीटों पर संतोष करना पड़ा था। लेकिन इस बार वर्ष 2020 जैसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होने वाली है। विधानसभा चुनाव परिणाम भले ही अभी नहीं आया हो लेकिन बीजेपी और कांग्रेस में राज्यसभा के उम्मीदवारों के लिए अभी से मंथनों का दौर शुरू हो गया है। लेकिन एक बात तो तय है कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने या बीजेपी की पांच रिक्त हुई सीटों पर प्रदेश के अलावा अन्य राज्यों के बड़े नेताओं को भी राजनीतिक पार्टियां मौका दे सकती है।