Attack on Police, ASI Died : अपहृत शख्स को बचाने गई मऊगंज पुलिस पर हमला, ASI की मौत, अपह्रत की भी हत्या!

इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को हिरासत में लिया, स्थिति नियंत्रण में!

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Attack on Police, ASI Died : अपहृत शख्स को बचाने गई मऊगंज पुलिस पर हमला, ASI की मौत, अपह्रत की भी हत्या!

Mauganj : मऊगंज जिले के गदरा गांव में एक अपहृत शख्स को बचाने पहुंची पुलिस पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस घटना में एक एएसआई समेत दो लोगों की मौत हो गई। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।

मऊगंज की एसपी रसना ठाकुर ने बताया कि तनाव के बाद यहां भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने और गड़बड़ी को रोकने) को लागू कर दिया गया। स्थिति अभी नियंत्रण में है। हम लोगों से शांतिपूर्ण स्थिति बनाए रखने की अपील करते हैं।

 

पांच लोगों को हिरासत में लिया

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मऊगंज जिले में शनिवार को आदिवासियों के एक समूह से अपह्रत व्यक्ति को बचाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि समूह ने अपह्रत व्यक्ति की भी हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है।

रीवा रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक साकेत पांडे ने कहा कि एक एएसआई (सहायक उपनिरीक्षक) समेत दो लोगों की मौत हुई और अन्य पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आई। सूत्रों ने बताया कि भीड़ द्वारा घेरे जाने के बाद पुलिस को आत्मरक्षा में हवा में गोलियां चलानी पड़ीं।

 

पुलिस छावनी बना गांव, धारा 163 लगाई

पथराव की सूचना पर पुलिस ने अतिरिक्त बल गांव में भेजा। स्थिति को नियंत्रित करने पहुंचे एसडीओपी अंकित सुल्या को भी आक्रोशित ग्रामीणों ने घेर लिया और बंधक बना लिया था। हालात इतने बिगड़ गए कि कई पुलिसकर्मी गांव में फंस गए और अंधेरे का फायदा उठाकर ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर फिर हमला कर दिया। बाद में पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण किया। एसपी रसना ठाकुर, कलेक्टर अजय श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंच गए। गांव में धारा 163 लगा दी गई है और शांति की अपील की गई।

 

क्या था यह पूरा विवाद

दरअसल, यह मामला करीब दो महीने पुराना है, जब एक सड़क हादसे में अशोक नामक आदिवासी युवक की मौत हो गई थी। उसके परिजनों ने इसे महज हादसा न मानकर हत्या का मामला माना। बताया गया कि कोल जनजाति के लोगों के एक समूह ने शनिवार को सनी द्विवेदी नामक व्यक्ति का अपहरण कर लिया था। जानकारी के मुताबिक, उन लोगों को संदेह था कि द्विवेदी ने कुछ महीने पहले अशोक कुमार नाम के एक आदिवासी की हत्या की थी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कुमार की मौत एक सड़क दुर्घटना में हुई थी। सनी द्विवेदी के अपहरण की सूचना मिलने के बाद शाहपुर थाने के प्रभारी संदीप भारतीय के नेतृत्व में एक टीम उसे बचाने के लिए गदरा गांव पहुंची। पुलिस ने बताया कि उस समय तक द्विवेदी की एक कमरे में कथित तौर पर पिटाई के बाद मौत हो चुकी थी।

पुलिस के मुताबिक, जब पुलिसकर्मियों ने कमरा खोला, तो आदिवासियों के एक समूह ने उन पर लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया, जिससे उनमें से कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक अधिकारी ने बताया कि घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया। जहां विशेष सशस्त्र बल के एएसआई चरण गौतम ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।

 

कांग्रेस ने कहा प्रदेश में जंगलराज

इस घटना पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर सरकार को घेरा है। उन्होंने लिखा ‘मऊगंज जिले में शाहपुर थाना क्षेत्र के गड़रा गांव में एक युवक को बंधक बनाकर पीटा गया! मौके पर पहुंची पुलिस टीम पर हुए हमले में एएसआई की मौत हो गई है!

@DrMohanYadav51 जी,

जंगलराज से भी बदतर हुई मप्र की कानून व्यवस्था में अब तो पुलिस भी सुरक्षित नहीं है! सबसे असफल गृहमंत्री का तमगा लेकर भी यदि आप निश्चिंत हैं, तो फिर मप्र की जनता भगवान भरोसे ही है!

इस दुखद घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए! बेलगाम अपराधों और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए भी सरकार को विधानसभा में विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत करनी चाहिए!