नाथ के गढ़ को ढहाने का प्रयास…

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नाथ के गढ़ को ढहाने का प्रयास…

खुद को भावी मुख्यमंत्री के बतौर पेश करने वाले और छह माह बाद प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनाने का दावा कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ को ढहाने की तैयारी भाजपा जोर-शोर से कर रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर तैयारियां बड़े स्तर पर हो रही हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दौरा कर छिंदवाड़ा में शाह की सभा के लिए हो रहे इंतजामों का जायजा लिया। तो प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी यहां पहुंचकर व्यवस्थाओं पर गौर करेंगे। वहीं कद्दावर मंत्री कमल पटेल यहां के प्रभारी मंत्री होने के साथ-साथ नाथ के धुर विरोधी हैं। पिछले तीन साल से लगातार नाथ पर हमले करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। यह सारी कवायद नाथ को उनके घर में घेरने की है। भाजपा की आकांक्षा यही है कि लगातार हारने वाले लोकसभा क्षेत्रों को पार्टी के खाते में डालकर आम चुनाव में चार सौ पार के लक्ष्य को हासिल किया जाए।
Pm modi
कोशिश तो पहले भी हुई, पर पिछले आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छिंदवाड़ा में प्रस्तावित सभा के ऐन वक्त पर निरस्त होने से नाथ के उत्तराधिकारी नकुल को सांसद बनकर पिता की विरासत को संभालने का अवसर मिल गया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में छिंदवाड़ा को छोड़कर बाकी सभी 28 लोकसभा क्षेत्रों में कमल खिल गया था। वहीं इस बार भाजपा का लक्ष्य लोकसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में सभी 29 लोकसभा सीटों पर काबिज होकर कांग्रेस मुक्त मध्यप्रदेश बनाना है। वहीं कृषि मंत्री कमल पटेल तो लगातार नाथ की जड़ें खोदने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। अब शाह का साथ पाकर कमल पटेल नाथ मुक्त छिंदवाड़ा करने में जुट गए हैं। धार्मिक तौर पर देखे तो छिंदवाड़ा स्थित जाम सांवली मंदिर में उज्जैन के शिव महालोक की तर्ज जाम सांवली महालोक बनाकर सरकार यही संदेश देना चाहती है कि छिंदवाड़ा को नाथ और कांग्रेस मुक्त बनाने का हर प्रयास कर कामयाब होने का कोई अवसर हाथ से नहीं जाने देंगे।
shivraj on kamalnath
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी अब नाथमुक्त छिंदवाड़ा बनाने का हर प्रयास कर सफलता पाने को आतुर हैं। उनकी सुनें तो केन्द्रीय गृहमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह 25 मार्च को छिंदवाड़ा पधार रहे हैं। एक विराट आम सभा भी होगी। वैसी भी हम लोग तो शंखनाद कर ही चुके हैं। कार्यकर्ताओं से चर्चा करने आया हूं। लेकिन पिछली बार जब छत्रपति शिवाजी महराज की प्रतिमा का अनावरण हुआ था। वो प्रतिमा भी कमलनाथ की सरकार ने जैसे बुल्डोजर से हटाई थी उसके सब साक्षी हैं। उस समय का हमारा संकल्प था कि प्रतिमा लगेगी और धूम-धाम से उसका अनावरण करेंगे। लेकिन उस समय कुछ और चीजें छिंदवाड़ा के विकास के संबंध में हमारे पास आई थीं। भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक तरफ जनकल्याण के लिए चाहे वह लाड़ली बहना योजना हो, मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना हो। अभी-2 विधानसभा के अंदर हम लोगों ने कई और नई चीजें करने का फैसला किया है।
एक तरफ कर्ज माफी की घोषणा के कारण जो डिफाल्टर हुए किसान हैं उनका कर्ज का ब्याज भरने का हमने फैसला किया। मुख्यममंत्री बाल आशीर्वाद योजना में कोविड में जो बच्चे माता-पिता खो चुके हैं उनके अलावा भी बच्चे माता-पिता खो चुके हैं, संरक्षित नहीं हैं वो भी शामिल होंगे। इस बजट में एक बात खास थी हमने महाकाल महालोक बनाया , हम आदिगुरु शंकराचार्य जी के विचारों पर आधारित एकात्म धाम का निर्माण कर रहे हैं। रामराजा लोक बन रहा है, वैसे ही जामसावली जो अत्यंत प्रसिद्ध, धार्मिक महत्व से आगे बढ़कर अन्नय भक्ति और आस्था का केन्द्र है जनता जनार्दन का। मैं उस समय आया था तब यह बात आई थी तो हमने श्री हनुमान लोक जामसावली में बनाने का फैसला किया है, उसकी तैयारियां अभी शुरू हुईं हैं। विकास के काम हो जनकल्याण के काम हो या धार्मिक आस्था के केन्द्र हों उनको विकसित करना आस्था को प्रणाम करना है।
वहीं रविवार को बूथ विस्तारक अभियान 2.0 के तहत बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा छिंदवाड़ा दौरे पर रहेंगे। जिले के विभिन्न बूथों का दौरा कर वह अगले दिन भी छिंदवाड़ा का जायजा लेंगे। भाजपा यही मानकर चल रही है कि शाही दौरे के बाद छिंदवाड़ा को समझो फतह ही माना जाए। भाजपा के दिग्गज यहां महाकुंभ लगाएंगे। शायद शाह से शुरू होकर मोदी तक आने का क्रम चलता रहेगा। यह समय आने पर ही साफ होगा कि भाजपा को छिंदवाड़ा को नाथ मुक्त करने के प्रयास में सफलता मिल पाती है या नहीं…।