Attendance Fraud : ‘सीखो कमाओ योजना’ में अब सेल्फी के बाद ही अटेंडेंस दर्ज होगी!
Indore : सरकार की ‘सीखो कमाओ योजना’ में भी गड़बड़ी की शिकायतें सामने आई। बताया जा रहा है कि काम करने वाले मर्जी से अपनी उपस्थित दर्शा रहे हैं। इसे दूर करने के लिए अब सरकार ने सीखो कमाओ योजना के तहत जिस ऐप से हाजिरी भरी जाती है, उसे अपडेट किया है। योजना के तहत अब काम करने वालों को पहले सेल्फी मोड पर फोटो देना होगा, उसके बाद ही उपस्थिति दर्ज की जाएगी।
जानकारी अनुसार इस योजना में 7 घंटे काम करने के बाद व्यक्ति को 10 हजार के लगभग स्टाइपेंड दिया जाता है। कौशल विकास व रोजगार के उद्देश्य से यह योजना लागू हुई। लेकिन, इसमें भी फर्जीवाड़ा शुरू हो गया। गड़बड़ी रोकने के लिए अब सरकार ने ऐप को अपग्रेड कर प्रतिदिन फेस रजिस्ट्रेशन करना जरूरी कर दिया।
कौशल विकास केंद्र की देखरेख में मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना में अंडर ग्रेजुएट को 8 हजार व ग्रेजुएट को 10 हजार रुपए प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जा रहा था। कोई भी एजेंसी काम देती है, तो उसके वेतन में क्रमशः 8 व 10 हजार का योगदान सरकार का होता है। उद्देश्य है कि युवाओं को काम करते हुए दक्ष बनाया जाए।
प्रदेश में करीब 84 हजार पद इसमें शामिल थे। सरकार ने ऐप बनाया था, जिसमें अभ्यर्थी को प्रतिदिन न्यूनतम 7 घंटे की उपस्थिति पर स्टाइपेंड जारी होता है। सरकार को पता चला कि स्टाइपेंड के लिए उपस्थिति में फर्जीवाड़ा किया जा रहा। अभ्यर्थी 7 घंटे काम नहीं करते, पर उपस्थिति दर्शाते हैं। एक साल बाद अब मोबाइल ऐप को अपडेट किया गया है। इसके तहत अब ऐप पर अभ्यर्थी को पहले फेस रजिस्ट्रेशन करना है। यानी सेल्फी मोड पर फोटो अपलोड करना है, इसके बाद उपस्थिति दर्ज करना होगी। योजना प्रभारी आईटीआई प्राचार्य जीएस शाजापुरकर के मुताबिक, योजना में गड़बड़ी की बात सामने आई थी। इसके बाद हर दिन फेस रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है।
हर जिले में अलग-अलग वैकेंसी
योजना के तहत इंदौर जिले में 14516 वैकेंसी है। जबकि, यहां योजना के तहत काम करने में वालों की संख्या 737 है। धार में 3048, उज्जैन में 2497, रतलाम में 1761, झाबुआ में 1756 नीमच में 1659, मंदसौर में 1466, खरगोन में 1400, बड़वानी में 1354, देवास में
1226, खंडवा में 1187, शाजापुर में 1152, बुरहानपुर में 1117 वैकेंसी हैं।