Aunt’s Oppression : बच्ची को गोद लिया, फिर उस पर जुल्म किए, शरीर दागा

पीड़ित बालिका बार-बार घटना को याद कर सहम जाती है और रोने लगती

579

Indore : एक महिला की मौत के बाद उसके भाई ने अपने बहनोई से बात करके उसकी मासूम बालिका को गोद ले लिया और वाराणसी से इंदौर ले आया। यहां उस मासूम पर मामी लक्ष्मी जायसवाल ने जुल्म की सारी हदें पार कर दी। मामी ने न केवल 8 साल की बच्ची की बेरहमी से पिटाई की, बल्कि उसे जगह-जगह दाग दिया। जानकारी मिलने पर चाइल्ड लाइन ने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने मामी को गिरफ्तार कर लिया, मामा फरार है।
गंभीर रूप से भटकती जख्मी बच्ची को देखकर लोगों ने पुलिस और चाइल्ड लाइन को सूचना दी। पुलिस ने मासूम को एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया है। वहीं जुल्म करने वाली मामी को हिरासत में लिया है। घटना शनिवार रात पाटनीपुरा शराब दुकान के सामने की है। वहां लोगों ने बालिका को बदहवास हालत में देखा तो चाइल्ड लाइन टीम को सूचना दी।

इंदौर चाइल्ड लाइन से समन्वयक राहुल गोथाने, काउंसलर मंजू चौधरी, मोनिका वाघाये और नरेंद्र राजपूत मौके पर पहुंचे। टीम ने देखा कि बालिका बहुत डरी हुई थी। चाइल्ड लाइन टीम बालिका को लेकर MIG थाने पहुंची और मामले की जानकारी देने के साथ उसे MY अस्पताल एडमिट कराया। बच्ची के चेहरे व गले पर चोटों के निशान है। डॉक्टरों ने उसका चेकअप किया तो पता चला कि उसके पूरे शरीर पर ही चोटों के कई निशान हैं। बालिका का प्राइवेट पार्ट भी जख्मी होकर जला हुआ था।
बालिका के बयान के बाद पुलिस ने आरोपी मामी को हिरासत में ले लिया। एमआईजी टीआई अजय वर्मा ने बताया कि अभी तक मामी की भूमिका सामने आई है कि वह बच्ची की बेरहमी से पिटाई करती थी। उसके पति की भूमिका की भी जांच की जा रही है। पीड़िता बालिका बार-बार घटना को याद कर सहम जाती है और रोने लगती है। इस मामले में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष पल्लवी पोरवाल व सदस्य संगीता चौधरी भी अस्पताल पहुंचे और बालिका से पूछताछ की।
उसने बताया कि उसकी मां की मौत हो चुकी है। पिता वाराणसी में रहते हैं। पिता द्वारा उसे इंदौर में रहने वाले साले रामप्रकाश जायसवाल को कुछ माह पहले गोद दिया था। रामप्रकाश खुद को मासूम की मां का मुंहबोला भाई बताता था। रामप्रकाश और लक्ष्मी के बच्चे नहीं थे, इसलिए मासूम की मां के निधन के बाद रामप्रकाश और उसकी पत्नी मासूम को गोद लेकर अपने साथ ले आए थे। दोनों ने बच्ची के पिता से अच्छी देखभाल का वादा किया था।

रहवासियों ने बताया कि पति बेरोजगार है और शराब पीता है। दंपती की कोई संतान नहीं है। रहवासी अरुणा शर्मा ने बताया कि वे उसे खाना भी नहीं देते और घर का सारा काम कराते थे। जरा-जरा सी बात पर लक्ष्मी उसे बेरहमी से पीटती थी। कई बार तो उसके बाल खींचकर उखाड़ दिए। उसे कई बार गर्म चीज भी दागा। वह बचाव के लिए चीखती थी। एक अन्य रहवासी रीना शर्मा ने बताया कि वह शनिवार रात मंदिर में आई तो सहमी थी। बाहर ठेले पर सब्जी लेने आई तो उसके शरीर पर चोट के काफी निशान थे। पूछने पर बताया कि उसकी मामी ने उसे जमकर पीटा था।