Ayushman Yojana : अस्पतालों को ‘आयुष्मान योजना’ के इलाज की राशि पूरी नहीं मिली!
Indore : गरीब और जरूरतमंद लोगों को मुफ्त इलाज की सुविधाएं मिले, इसके लिए सरकार ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की। लेकिन, अब इस योजना के तहत मरीजों को इलाज मिलने में परेशानी होने लगी। क्योंकि, संभाग भर के अस्पतालों को मरीजों के इलाज की बकाया राशि नहीं मिल पा रही। क्षेत्रीय निदेशक स्वास्थ्य सेवा कार्यालय के रिकार्ड के मुताबिक अस्पतालों को अभी तक उनकी 195.22 करोड़ रूपये राशि नहीं मिल पाई है।
संभाग के आठ जिलों में करीब 159 अस्पताल इस योजना में शामिल है। वहीं राशि का भुगतान समय पर नहीं होने के कारण कई अस्पताल इस योजना से बाहर भी हो गए है। वर्ष 2018 से शुरू हुई योजना में संभाग के 47 लाख से अधिक मरीजों का अब तक इलाज हो चुका है। वहीं इंदौर में करीब 167939 मरीजों का योजना में इलाज हो चुका है।
अस्पतालों को पूरा भुगतान नहीं किया
इंदौर में अभी तक 167939 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर 270.59 करोड़ का खर्च आया, पर राशि 218.28 रूपए ही मिली। धार में 55688 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर 100.38 खर्च आया, पर राशि का आवंटन 82.52 करोड़ रूपए ही हुआ। झाबुआ में 32257 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर 42.87 रूपए खर्च आया, पर राशि 32.58 रूपए ही मिली। अलिराजपुर में अभी तक 12283 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर 18.86 करोड़ रूपए खर्च आया, पर राशि 14.67 रूपए ही मिली।
इसी तरह बड़वानी में अभी तक 42930 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर 65.85 करोड़ रूपए का खर्च आया, पर राशि सिर्फ 54.15 दी गई। खरगोन में 67923 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर 114.69 करोड़ खर्च हुए, पर आवंटित 92.8 रूपए किए गए। खंडवा में भी 48489 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर अस्पतालों का 69.42 करोड़ का खर्च आया, पर राशि 3.68 करोड़ ही।
बुरहानपुर में 47896 मरीजों का इलाज किया गया। जिस पर 59.71 करोड़ का खर्च आया, पर राशि सिर्फ 48.47 करोड़ ही दी गई। सभी जिलों में मरीजों संख्या 4755405 रही, जिनके इलाज पर 742.37 करोड़ रूपए अस्पतालों के खर्च हुए, पर उन्हें भुगतान 547.15 करोड़ रूपए का ही हुआ। यही कारण है कि अधिकांश अस्पताल आयुष्मान योजना देने से अलग होने लगे हैं।