60 रुपए महंगा हुआ बाबा महाकाल का लड्डू प्रसाद 

20 दिसंबर के बाद महाकाल मंदिर में मोबाइल ले जाना पूर्ण प्रतिबंधित 

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60 रुपए महंगा हुआ बाबा महाकाल का लड्डू प्रसाद 

उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन । उज्जैन जिला कलेक्टर एवं श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह की अध्यक्षता में आज हुई श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति की अहम बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये है.

बैठक में विभिन्न निर्माण कार्यों, अन्य आनुषांगिक कार्यों, पिछले दिनों हुए आयोजनों आदि के अनुमोदन के साथ ही विभिन्न अहम विषयों पर चर्चा हुई ।

समिती अध्यक्ष कलेक्टर आशीष सिंह ने लंबित टेंडर की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण करने एवं श्री महाकाल लोक के अन्य शेष कार्यों के साथ ही नवीन निर्माण कार्य भी वर्तमान भव्य स्वरूप के समकक्ष हों, अलग-अलग स्थानों में कोई विसंगतियों न रहे इस बात का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए ।

बैठक में हुए निर्णय अनुसार बाबा महाकालेश्वर के मंदिर परिसर में 20 दिसंबर से मोबाइल लेकर जाना प्रतिबंध किया गया है । अब बाबा महाकाल के मंदिर में श्रद्धालुओं सहित वीवीआइपी, अधिकारीगण एवं पुजारी पुरोहित को भी मोबाईल फोन मंदिर में ले जाने की अनुमति नहीं होगी ।

बैठक में श्री महाकाल मंदिर के प्रसिद्ध लडडू प्रसाद के दामो में भी 60 रुपये की बढ़ोतरी की जाने का निर्णय लिया गया है । फिलहाल बाबा महाकाल के लड्डू प्रासाद का लागत मूल्य 374 रुपये प्रति किलो के लगभग पड़ता है, और इसे श्रद्वालुओं को 300 रू किलो में दिया जाता था । अगले तीन दिनों में लड्डुओं के दाम में 60 रुपये की बढ़ोतरी करने के बाद अब लड्डू प्रसाद 360 ₹ में श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध होगा । गौरतलब है की लड्डू के दाम में 60 रुपए की बढ़ोतरी के बाद भी लगभग 14 रुपये प्रति किलो का नुकसान महाकालेश्वर मंदिर समिति को उठाना ही पड़ेगा।

बैठक में उज्जैन दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधार्थ डबल टॉप बस चलाई जाने का निर्णय लिया गया है । इसी तरह बैठक में महाकाल मंदिर के कर्मचारियों का ड्रेस कोड भी निर्धारित किया गया है । जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालु समिति के कर्मचारियों को पहचान सके ।

बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल, मंदिर प्रशासक संदीप सोनी, निगम आयुक्त रोशन कुमार, महापौर मुकेश टटवाल, महंत विनीत गिरी, संस्कृत महाविद्यालय की प्राचार्या, समिति सदस्यगण, प्रतिनिधिगण सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे ।

24 दिसंबर से महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आगामी आदेश तक श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।