दूज पर्व पर हुए बाबा महाकाल के पंच मुखौटा श्रृंगार दर्शन

शिवनवरात्री महोत्सव के समापन दिवस पर भारी संख्या में उमड़े श्रद्धालु

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Baba Mahakal's punch mask makeup darshan on Duj festival

दूज पर्व पर हुए बाबा महाकाल के पंच मुखौटा श्रृंगार दर्शन

उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट

उज्जैन । उज्जैन में महाशिवरात्रि का पर्व शिवनवरात्रि महोत्सव के रुप में धूमधाम के साथ मनाया जाता है । बाबा महाकाल के मंदिर में पंचमी पर्व से लेकर दूज पर्व तक बाबा महाकाल की विशेष पूजा अर्चना एवं विशेष श्रृंगार किए जाते हैं।
बाबा महाकाल अलग-अलग रूपों में 9 दिन तक भक्तों को दर्शन देते हैं । महाशिवरात्री के दिन बाबा महाकाल के निराकार लिंग स्वरूप को सतत जलधारा अर्पित की जाती है, शासकीय पूजन पश्चात देर रात्रि में सेहरा श्रृंगार होता है । उसके बाद वर्ष में एक बार दिन के 12 बजे होने वाली भस्मारती की जाती है ।

दूज पर्व पर हुए बाबा महाकाल के पंच मुखौटा श्रृंगार दर्शन

दूज पर्व पर हुए बाबा महाकाल के पंच मुखौटा श्रृंगार दर्शन

दूज पर्व पर बाबा महाकाल पंच मुखौटा श्रृंगार कर दर्शन देते है । किवंदित है कि शिवनवरात्रि पर्व के दौरान जो भक्त बाबा के विभिन्न स्वरूपों के दर्शन नहीं कर पाते है उन्हें आज के दिन बाबा महाकाल के सभी स्वरूपों के श्रृंगार एक साथ देखने का मौका मिलता है । पांच रूपों में बाबा महाकाल एक साथ दर्शन देते हैं। आज फाल्गुन शुक्ल की चन्द्र दूज पर्व पर बाबा महाकाल ने अपने भक्तो को पंच स्वरुप में दर्शन दिए। यहाँ बाबा को मन महेश, उमा महेश, शिवतांडव, घटाटोप एवं होल्कर स्वरूप में सजाकर सोने चाँदी के अभुषणो से श्रृंगारित किया गया। बाबा के इस स्वरुप के दर्शन के साथ ही शिवनवरात्रि पर्व का समापन होता है ।