Baba Siddiqui’s Murder : मुंबई में अजित पवार गुट के NCP नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या!

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Baba Siddiqui’s Murder : मुंबई में अजित पवार गुट के NCP नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या!

इस साल की शुरुआत में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया!

Mumbai : एनसीपी नेता (अजित पवार गुट) के बाबा सिद्दीकी को शनिवार देर रात बांद्रा (पूर्व) में खेरवाड़ी सिग्नल के पास तीन लोगों ने गोली मार दी। इसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बाबा सिद्दीकी ने इसी साल कांग्रेस छोड़कर एनसीपी ज्वाइन किया था। बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी के ऊपर बांद्रा (ईस्ट) में अज्ञात लोगों ने गोलीबारी की। एनसीपी नेता ने लीलावती अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। अस्पताल ने इस बात की पुष्टि की है। बाबा सिद्दीकी ने इसी साल कांग्रेस से इस्तीफा देकर अजित पवार की एनसीपी ज्वाइन की थी।
सिद्दीकी पर 2 से 3 राउंड फायरिंग की घटना बांद्रा ईस्ट में हुई। सिद्दीकी को तुरंत लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अस्पताल में उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। माना जा रहा है कि फायरिंग जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर हुई। यह घटना खेरवाड़ी सिग्नल के पास हुई है। खबर है कि बाबा सिद्दीकी पर तीन लोगों ने फायरिंग की।

कौन हैं बाबा सिद्दीकी?
बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी भारत के महाराष्ट्र में बांद्रा वेस्ट विधानसभा सीट के विधायक थे। मुंबई कांग्रेस के एक प्रमुख अल्पसंख्यक चेहरे, सिद्दीकी ने कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के सत्ता में रहने के दौरान मंत्री के रूप में भी कार्य किया था। इस साल की शुरुआत में उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। पार्टी छोड़ते हुए उन्होंने कहा था कि मैं एक किशोर के रूप में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी में शामिल हुआ था। यह 48 साल तक चलने वाली एक महत्वपूर्ण यात्रा रही है।

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अजित पवार की एनसीपी में शामिल
बाबा सिद्दीकी ने इसी साल यानी 8 फरवरी 2024 को उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वह 12 फरवरी को अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

तीन बार विधायक रहे
बाबा सिद्दीकी 1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक रहे और उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, श्रम और FDA के लिए राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया। इससे पहले लगातार दो बार (1992-1997) नगर निगम पार्षद के रूप में भी कार्य किया। कांग्रेस छोड़ने से पहले वे मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और वरिष्ठ उपाध्यक्ष तथा महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के संसदीय बोर्ड के रूप में कार्य कर रहे थे। शुरुआती दिनों में वे छात्र आंदोलन में थे। 1980 में उन्हें बांद्रा यूथ कांग्रेस का महासचिव बनाया गया और चार साल बाद वह अध्यक्ष बन गए। वह 1988 में मुंबई यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने।

पटना में हुआ था जन्म
बाबा सिद्दीकी का जन्म बिहार के पटना में हुआ था। बाबा सिद्दीकी (जियाउद्दीन सिद्दीकी) का जन्म अब्दुल रहीम सिद्दीकी और रजिया सिद्दीकी के घर हुआ था। बाबा सिद्दीकी की शादी शहजीन सिद्दीकी से हुई है। उनके दो बच्चे हैं। एक बेटी डॉ अर्शिया सिद्दीकी और एक बेटा जीशान सिद्दीकी है। बेटा जीशान सिद्दीकी भी विधायक है।

विवादों में रहे थे सिद्दीकीबाबा
सिद्दीकी पर पिरामिड डेवलपर्स द्वारा बांद्रा रिक्लेमेशन के पास ‘जमात-ए-जम्हूरिया’ नाम से एक झुग्गी पुनर्विकास परियोजना में अनियमितताओं के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत आरोप लगाया गया था। वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के अनुसार, डेवलपर्स ने प्लॉट को 90 करोड़ में सतरा समूह को बेच दिया था। कथित तौर पर सिद्दीकी का इसमें हाथ था, क्योंकि जब वे महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (MHADA) के अध्यक्ष थे, तब उन्होंने फ्लोर स्पेस इंडेक्स (FSI) बढ़ाने का फैसला किया था। इसे सत्ता का दुरुपयोग कहा गया था।