Badwani News: प्रशासन की सख्ती के बाद भी अवैध रेत खनन जारी, खनिज विभाग के अधिकारियों पर खड़े हो रहे कई सवाल

1346

बड़वानी से सचिन राठौर की रिपोर्ट

बड़वानी -प्रशासन की सख्ती के बाद भी अवैध रेत खनन जारी है, खनिज विभाग के अधिकारियों पर खड़े हो रहे कई सवाल, खनिज विभाग का नही है इस और ध्यान, जिला मुख्यालय सहित नर्मदा किनारे व गोई नदी से अवैध खनन जारी

बड़वानी-अवैध रेत का कारोबार जिला मुख्यालय से सुचारू रूप से जारी है। हालांकि अवैध रेत के गोरख धंधे में जहा खनिज विभाग कार्यवाही के आंकड़े भी नही देता वही खनिज विभाग के जवाबदार इंस्पेक्टर शांतिलाल निनामा मीडिया से कोई जानकारी साझा नही कर रहे है।

Badwani News: प्रशासन की सख्ती के बाद भी अवैध रेत खनन जारी, खनिज विभाग के अधिकारियों पर खड़े हो रहे कई सवाल

इसी से बयां होता है की रेत का अवैध कारोबार किस तरह फलफूल रहा है।इतनी कार्यवाही के बावजूद आज भी अवैध खनन जारी है लेकिन खनिज विभाग क्या कार्यवाही कर रहा है ये वो ही जाने।
नाम मात्र कारवाई से कही ना कही खनिज विभाग पर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं ।

बड़वानी जिले में बालू (रेत) के अवैध खनन में संलिप्त माफिया ‘तू डाल-डाल, तो मैं पात-पात’ की कहावत चरितार्थ कर रहे हैं. एनजीटी, उच्च न्यायालय और राज्य सरकार की कड़ी हिदायत के बाद भी अंधेरी रात में तो ठीक, दिनदहाड़े गोई नदी से खनिज विभाग की निष्क्रियता का फायदा उठा कर रेत माफिया नदियों का सीना मशीनों से चीर रहे हैं और खनिज इंस्पेक्टर शांतिलाल निनामा कैमरे के सामने बोलने के बजाय रटा-रटाया ‘कार्रवाई की जाएगी’ का जवाब देकर मीडिया के कैमरों से दूर होकर पल्ला झाड़ रहे हैं।

बड़वानी जिले के सिलावद, पिपलूद, बगूद व नर्मदा व गोई नदी किनारे अवैध तरीके से रेत का खनन बदस्तूर जारी है। जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी खदानों से रेत से भरे कुछ टेक्टरों पर कार्रवाई कर जेसीबी और पोकलैंड मशीन से खनन न किए जाने की हिदायत दे रहे हैं, मगर यहां के बालू रेत माफिया वही कर रहे हैं, जो उन्हें अच्छा लग रहा है।

मीडिया ने जहां सुरक्षा की दृष्टि से सीधे तौर पर खदान स्थल पर न जाते हुए नदी के दूसरे किनारे पर पहुंचकर अवैध खनन का जायजा लिया,जहां किनारों पर अलग-अलग ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत भरने के लिए खड़े थे जिसके लिए लगभग 10 से 15 मजदूर रेत निकालने में लगे थे।

यही नजारा सिलावद की गोई नदी की खदान पर देखने को मिला।
ज्ञात हो कि इन नदियो को खनन के लिए स्वीकृत ही नहीं किया गया है फिर भी बेख़ौफ़ खनन किया जा रहा है।
संदीप नरगावे जयस और पवन यादव नर्मदा बचाओ आंदोलन के कार्यकर्ता के अनुसार खनिज इंस्पेक्टर की शह पर इन खदानों से रेत का अवैध खनन निरंतर चल रहा है। गोई नदी से प्रति दिन में जहां माफिया 55 से 60 ट्रैक्टर ट्रॉली रेत भरकर ले जा रहे हैं।