बाग से रोहित झवर की रिपोर्ट
बाग (धार)। नगर से 7 किमी दूर कुक्षी मार्ग पर ग्राम पाडल्या के जंगल मे स्थित झिरी वाले हनुमान जी मंदिर पर 15 फरवरी मंगलवार को अन्नकूट महोत्सव मनाया जाएगा। जंगल के बीच स्थित यह मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य व हरियाली से आच्छादित स्थान पर है। वर्षो पुरानी परम्परा के चलते हिंदी पंचांग तिथि माघ सुदी चौदस को मंदिर में अन्नकूट उत्सव आयोजित किया जाता है। अन्नकुट महोत्सव इस आयोजन में बाग सहित आसपास के शहरों व कस्बो के हजारों लोग हिस्सा लेते है।
झिरी वाला हनुमान मंदिर लोगो की अटूट आस्था का केंद्र है। वर्षो पहले तक मंदिर पहुँच मार्ग नही होने के बावजूद भी लोग पैदल चलकर दर्शन हेतु जाते थे। वर्तमान में विधायकद्वय उमंग सिंघार, सुरेंद्र हनी बघेल के सामूहिक प्रयास से मंदिर तक सड़क निर्माण के साथ ही विद्युत व्यवस्था हो चुकी है।
अन्नकुट उत्सव के आयोजन समिति के पंडित दिनेशचंद्र उपाध्याय, कृष्णकांत झंवर, सुरेश झंवर ने बताया कि पूर्वजो के अनुसार माघ सुदी चौदस को मंदिर का प्राकट्य दिवस होता है। इस दिन को ग्रामीण झिरी वाले हनुमान जी की जातरा के रूप में पिछले अनेक वर्षों से मंदिर पर धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन कर उत्सव के रूप में मनाते है। भगवान हनुमान की प्रतिमा का छप्पनभोग से आकर्षक श्रृंगार कर महाआरती के साथ महाप्रसादी का आयोजन भी किया जाता है।
इस अन्नकुट महोत्सव में बाग सहित अलीराजपुर, जोबट, कुक्षी, कापसी, टांडा सहित आसपास के ग्रामो के धर्मालु बडी संख्या में हिस्सा लेते है। इस वर्ष भी महोत्सव में करीब दो हजार से अधिक श्रद्धालु झिरी वाले हनुमान जी की जातरा में शामिल होंगे।