Bagli Dewas News; चिकित्सक पर प्राणघातक हमले के विरोध में सामाजिक और नागरिक संगठनों ने दर्ज करवाया विरोध

जनता ने कार्यवाही के लिए प्रशासन को 7 दिनों की डेडलाइन दी

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Bagli Dewas News; चिकित्सक पर प्राणघातक हमले के विरोध में सामाजिक और नागरिक संगठनों ने दर्ज करवाया विरोध

कुंवर पुष्पराज सिंह की रिपोर्ट

बागली। शुक्रवार को नगर जनों सहित  विभिन्न सामाजिक संगठनों, व्यापारी संघ, अभिभाषक संघ, जनप्रतिनिधियों और क्षेत्रीय राजपूत समाज ने एक ज्ञापन सौंप कर नगर के युवा चिकित्सक डॉ कुलदीपसिंह उदावत और उनके भाई पर हुए प्राणघातक हमले को लेकर विरोध दर्ज करवाया।

साथ ही ज्ञापन देकर दोषियों पर बुलडोजर कार्यवाही सहित योग्य कार्यवाही की मांग की।  ज्ञापन के दौरान जनता ने तहसीलदार हाटपिपल्या सत्येंद्र बैरवा को कार्यवाही के लिए 7 दिनों डेडलाइन दी।

इस दौरान अभिभाषक संघ अध्यक्ष मुकेश कुमार गुर्जर, अधिवक्ता प्रवीण चौधरी, बसंतीलाल मोदी व विजय यादव, पूर्व व्यापारी संघ अध्यक्ष राजेश  बजाज, श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना तहसील अध्यक्ष चंद्रपालसिंह सिसौदिया, पूर्व अध्यक्ष अमोल राठौर व जीएस भाटिया, भाजपा नेता जस्सू राठौर आदि ने सम्बोधित किया।

संचालन कुं राजेंद्रपालसिंह सेंगर ने किया और ज्ञापन का वाचन भाजपा मंडल अध्यक्ष टिकेंद्रप्रतापसिंह ने किया।

तहसीलदार बैरवा आश्वासन देते हुए कहा कि इस मामले से वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराएंगे साथ ही जांच करवाकर उचित कार्यवाही की जाएगी।

बुलडोजर कार्यवाही की मांग की गई

मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में  दोषियों के जटाशंकर मार्ग पर किए गए निम्न की जाँच करवाने और बुलडोजर कार्यवाही की मांग की गई।

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ज्ञापन में कहा गया कि गुरुवार रात्रि में नगर के  युवा चिकित्सक डॉ कुलदीपसिंह उदावत और समाजसेवी जयदीपसिंह उदावत पर जटाशंकर मार्ग निवासी लक्की उर्फ  संदीप पिता महेन्द्र, विक्रमसिंह पिता महेन्द्रसिंह, सोनू पिता हाकम और हाकम पिता चेतसिंह सभी निवासी जटाशंकर मार्ग द्वारा चाकू से प्राणघातक हमला किया गया।

जिसकी कठोर शब्दों में निंदा की जाती है।

आरोपियों का एक भाई राणा पिता हाकम लूट और चोरी के प्रकरण में छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में निरुद्ध है।

आरोपीगण धारदार हथियारों, कट्टो और कच्ची शराब बिक्री के अवैध धंधे में लिप्त है। साथ ही नगर सहित क्षेत्र में चोरी की वारदातों में भी अपराधी रहे है।

बी इनके अवैध धधे में इनके परिवार की महलाएं भी सहयोग करती है। आरोपीगण जटाशंकर तीर्थ जाने वाले निजी वाहनों, बोरी बजरंगगढ़ और कांटाफोड़ जाने वाले निजी वाहनों के सामने अपने बच्चों को दौड़ा कर अवैध वसूली करते रहे है।आरोपियों के परिवार को नगर परिषद् द्वारा पीएम आवास योजन का लाभ दिया गया है।

चिकित्सक उदावत जैसे सेवाभावी और सम्मानित व्यक्ति पर इस प्रकार का हमला कर इन्होंने अपने खतरनाक इरादों को जाहिर किया है।

ज्ञापन के माध्यम से  यह मांग करते है कि प्रदेश  सरकार जिस प्रकार की कार्यवाही समाज के लिए खतरा बनने वाले आरोपियों पर करती है।

वही कार्यवाही यहां पर भी इन आरोपियों पर की जाए। जिसमें इनके द्वारा निर्मित अवैध निर्माणों की जांच हो और उन्हें जमींदोज किया जाए। बागली नगर शांति का टापू है और ऐसे आरोपी समाज के लिए एक गंभीर खतरा है।

दोषियों के परिवार को प्राप्त पट्टे की  जांच हो और उसे निरस्त कर इन पर बुलडोजर कार्यवाही की जाए।  चिकित्सक डॉ उदावत का परिवार वर्षों से चिकित्सा और समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय है।

साथ ही लगे के छोटे-बड़े सभी परिवाओं के सुख-दुःख में भागीदार रहा है। चिकित्सक डॉ उदावत के परिवार में सेवानिवृत डीएसपी लोकायुक्त और ग्रामीण कृषि विस्तारक अधिकारी भी है।

साथ ही इनकी पत्नी बागली स्वस्थ विभाग में मेडिकल ऑफिसर है और इनके पिता वर्षों से चिकित्सा सेवा में है।  कोरोना काल के दौरान भी चिकित्सक डॉ उदावत और उनके परिवार ने पीड़ितों की सेवा की।

आरोपियों ने प्राणघातक हमला कर अपने इरादे जाहिर किए है इसलिए इन पर बुलडोजर की कार्यवाही हो जोकि एक नजीर बने।

यह था मामला

टीआई दीपकसिंह यादव ने बताया कि  गुरुवार रात्रि लगभग 10  बजे चिकित्सक डॉ कुलदीपसिंह उदावत कार में अपने दोस्त गुरुदत्तसिंह डाबी के साथ बागली की और आ रहे थे।

रस्ते में उनके छोटे भाई जयदीपसिंह, दिग्विजयसिंह और उनके दोस्त मोहित शिवहरे का आरोपी लक्की उर्फ  संदीप पिता महेन्द्र, विक्रमसिंह पिता  महेन्द्रसिंह, सोनू पिता हाकम और हाकम पिता चेतसिंह सभी निवासी जटाशंकर मार्ग से विवाद चल रहा था।

पूछने पर पता चला कि आरोपीगणों के कुत्ते दिग्विजय की बाइक के पीछे दौड़े थे जिस पर उनमे विवाद चल रहा था।  डॉ उदावत द्वारा समझने का प्रयास किया गया तो आरोपी उनके साथ भी गाली-गलोच करने लगे और आरोपी सोनू उर्फ़ संदीप ने कृपाण से हमला कर दिया जो कि डॉ उदावत के साइन में लगा।

बीच-बचाव करने में जयदीपसिंह और दिग्ग्विजयसिंह को भी चोट लगी।

सूचना मिलने पर पुलिस बल पहुंचा और आरोपियों को हिरासत में लिया। डॉ उदावत की रिपोर्ट पर सभी आरोपियों के विरुद्ध जान से मारने के प्रयास सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया।

डॉ उदावत का प्राथमिक उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर हुआ।

जहां  पर घटना की सूचना मिलने पर भरी भीड़ एकत्र हो गई। शांति-व्यवस्था को लेकर कमलापुर चौकी सहित स्थानों से पुलिस बल बुलाया गया। आरोपियों को हिरासत में लेकर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया।

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