Ban on Selling Non-Vegetarian : काशी विश्वनाथ मंदिर के 2 किमी के दायरे में अब मांसाहार बेचने पर प्रतिबंध!

26 दुकानें सील की गई, नगर निगम ने प्रस्ताव पारित होने के सालभर बाद इसे लागू किया!

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Ban on Selling Non-Vegetarian : काशी विश्वनाथ मंदिर के 2 किमी के दायरे में अब मांसाहार बेचने पर प्रतिबंध!

Varansi : वाराणसी नगर निगम ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के दो किलोमीटर की दायरे में मांसाहार की बिक्री प्रतिबंधित कर दी। नगर निगम ने प्रयागराज में महाकुंभ के प्रारंभ होते ही इस व्यवस्था को लागू कर दिया। जनवरी 2024 में नगर निगम की कार्यकारिणी ने इस नियम को पारित किया था। लेकिन अब इसे लागू किए जाने के आदेश दिए गए। नगर निगम ने मीट की 26 दुकानों को सील भी करवा दिया। नगर ने कार्रवाई करते हुए शहर के नई सड़क, बेनियाबाग इलाके की मीट, मुर्गा की इन दुकानों को बंद करा दिया।

नगर निगम आयुक्त अक्षत वर्मा ने बताया कि ये प्रस्ताव पिछले साल जनवरी में कार्यकारिणी द्वारा पारित किया गया था। लेकिन, तब इस पर अमल नहीं किया गया था। अब जाकर इसे लागू किया गया। नगर निगम के कल्याण एवं पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ संतोष पाल ने बताया कि हमने 56 लोगों को नोटिस जारी किया था कि मटन, चिकन और मछली बेचना बंद करें, लेकिन वो नहीं मानें, तब हमने 16 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

तय किया गया कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के दो किलोमीटर की दायरे में मांस बेचना प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि मटन-चिकन के कारोबार से जुड़े लोगों के वैकल्पिक व्यवस्था के लिए भी विचार हो रहा है।

प्रतिबंध के दायरे में ये इलाके आए

इस नियम के लागू होने के बाद बेनिया, सोनारपुरा, रेवड़ी तालाब, जगतगंज, मदनपुरा और औरंगाबाद जैसे इलाकों में मटन-चिकन और मछली का कारोबार प्रतिबंधित रहेगा।

कारोबारी अब कहाँ जाए

इस क्षेत्र में मांसाहार का कारोबार करने वालों का कहना है कि एकाएक नोटिस भेज दिया और हमें अवैध बताया गया। रेवड़ी तालाब के शमीम अहमद कहते हैं कि हम 50 साल से ये धंधा करते आ रहे हैं, अब हमें कहा जा रहा है कि ये सब बंद करो। बताओ कि हम जाए कहां और कहां कारोबार करें! बेनिया के मेराज अहमद कहते हैं कि हमें मेयर अशोक तिवारी पर पूरा भरोसा है। उन्होंने हमें दो दिन का समय दिया है। इस बीच कोई बीच कोई रास्ता निकाल लिया जाएगा।