Ban on Western Culture Clothes: मां कालिका मंदिर में पाश्चात्य संस्कृति के कपड़े पहनकर आने पर रोक!
Ratlam : शहर के अतिप्राचीन और रियासत कालीन धार्मिक स्थल मां कालिका माता मंदिर में श्रद्धालुओं अमर्यादित कपड़े पहनकर नहीं आ सकते हैं। इसके लिए मंदिर के एडमिनिस्ट्रेशन ने बकायदा ड्रेस कोड लागू कर दिया हैं। यहां आने वाले दर्शनार्थी सात्विक वस्त्र धारण कर ही प्रवेश कर सकेंगे। छोटे कपड़े, कम कपड़े, चड्डी बरमूडा और वेस्टर्न कपड़े पहनकर आने वाले को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके लिए मंदिर एडमिनिस्ट्रेशन ने बकायदा बोर्ड मंदिर के बाहर और अंदर भी लगा दिए हैं।
बता दें कि कालिका माता मंदिर एडमिनिस्ट्रेशन ने यह फैसला पहली बार लिया है। इस संदर्भ में पुजारी राजेन्द्र शर्मा ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि अमर्यादित कपड़े, जैसे कटी-फटी जिंस, नाइट सूट, बरमूडा, हाफ पैंट, मिनी स्कर्ट, तथा अन्य पाश्चात्य संस्कृति के कपड़े पहनकर आने वाले को प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।
बता दें कि रतलाम शहर में स्थित यह मंदिर 350 वर्ष प्राचीन हैं, लेकिन मंदिर में विराजित मां कालिका माता की प्रतिमा उससे भी कई वर्ष पुरानी हैं। रतलाम की जागीर मिलने के बाद महाराजा रतनसिंह मां कालिका माता की प्रतिमा ग्राम धराड़ से लेकर आएं थे और रतलाम में यहां पर विधिवत स्थापित की थी और उसके बाद ही यह मंदिर जन-जन की आस्था का केंद्र बन गया हैं।