टाइगर सफारी के सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा बांधवगढ़,25896 विदेशी ने लिया आनंद
भोपाल। प्रदेश को टागइर स्टेट का दर्जा मिलने के बाद टागर सफारी के लिए विदेशी सैलानी दूसरे राज्यों की अपेक्षा मध्यप्रदेश को इन दिनों ज्यादा पंसद करने लगे हैं। विदेशी सैलानियों के अलावा भारतीय सैलानियों ने भी टाइगर सफारी के लिए मध्यप्रदेश को सबसे ज्यादा पंसद करने लगे है। टाइगर सफारी के लिए भारतीय और विदेशी सैलानियों के बीच सबसे ज्यादा पंसद किया जाने वाला टाइगर रिजर्व बांधवगढ़ रहा। जुलाई 2023 से जून 2024 के बीच बांधवगढ़ में 25896 विदेशी सैलानियों ने टाइगर सफारी का आनंद लिया। वहीं जुलाई 2023 से जून 2024 के बीच टाइगर सफारी के लिए भारतीय पर्यटक 1 लाख 53024 सैलानियोंने बांधवगढ़ में टाइगर सफारी का आनंद लिया।
मार्च में सबसे ज्यादा विदेशी सैलानी पहुंचे-
बांधवगढ़ में टाइगर सफारी के लिए सबसे ज्यादा विदेशी सैलानी मार्च 2024 में 5360 लोगों ने टाइगर सफारी का आनंद लिया। विदेशी सैलानियों में सबसे ज्यादा अमेरिका, इंग्लैड, कनाड़ा और योरोपीय देश के लोग शामिल थे। फरपरी माह में 4937 विदेशी सैलानी टाइगर सफारी के लिए बांधवगढ़ पहुंचे जबकि अप्रैल महीने में 4940 सैलानी बांधवगढ़ में टाइगर सफारी का आनंद लिए। जून महीने में 258 सैलानी आए। जुलाई 2023 में बांधवगढ़ में एक भी विदेशी सैलानी टाइगर सफारी के लिए नहीं पहुंचा।
जून महीने में भारतीय पर्यटक सबसे ज्यादा पहुुंचे-
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में टाइगर सफारी के लिए भारतीय पर्यटकों के लिए जून का महीना सबसे ज्यादा भाया। जून में 21713 सबसे ज्यादा भारतीय पर्यटक टाइगर सफारी के लिए बांधवगढ़ आए। मई महीने में 21086 भारतीय पर्यटक टाइगर सफारी के लिए बांधवगढ़ आए। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बताया कि ग्रीष्म अवकाश के लिए भारतीय लोग गर्मियों में यहां ज्यादा आते है। विदेशी पर्यटक बसंत के महीने में टाइगर सफारी करने के लिए ज्यादा पसंद करते हैं।u
टाइगरों की आबादी सबसे ज्यादा-
प्रदेश में सबसे ज्यादा टाइगर बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में है। यहां पर 175 टाइगर है। इसके साथ ही यहां हाथियों का अच्छा – खासा झुंड भी है। जिससे टाइगर सफ ारी करने वाले पर्यटक बांधवगढ़ को ज्यादा पंसद करते है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन से जुड़े लोगों ने बताया कि टाइगर संरक्षण के लिए बांधवगढ़ इस बार टाइगरों के शावकों को गिनती में शामिल करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है। टाइगर सरंक्षण के लिए बांधवगढ़ में छोटे शावकों के बाड़ा भी अलग से तैयार किया गया है।