

Bangalore Stampede Reason : स्टेडियम के गेट नंबर 7 पर मुफ्त टिकटों की अफवाह के कारण भगदड़, तब पुलिस ने लाठीचार्ज किया!
पहले रोड शो होना था, वो रद्द किया तो सारी भीड़ स्टेडियम पहुंच गई, वहां पुलिस बहुत कम!
Bangaluru : बुधवार शाम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जो हादसा हुआ वो रोका जाने वाला नहीं था। भगदड़ के इस हादसे में 11 लोग मारे गए और 25 घायल हुए। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, लोग बेकाबू हो गए थे। आईपीएल में आरसीबी की जीत के बाद विक्ट्री परेड के दौरान अफरा-तफरी मच गई। गेट नंबर 7 पर बहुत भीड़ जमा हो गई थी। यह गेट स्टेडियम के मुख्य प्रवेश द्वार से लगभग 180 डिग्री विपरीत दिशा में है।
अफवाह थी कि वहां मुफ्त टिकट मिलेंगे। कुछ ही मिनटों में, यह जगह भगदड़ अराजक हो गई। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई। अफवाह वाले टिकट पाने की होड़ में लोग एक दूसरे पर गिर पड़े। जिस स्टेडियम की क्षमता 32 से 35 हजार है उसमें 1 लाख लोग घुस गए और इससे दोगुने बाहर खड़े थे।
हादसे से बचे लोगों ने जो बताया वो दर्दनाक
राजाजी नगर के रहने वाले अचिमन्या ने कहा कि लोगों ने पूरी तरह से आपा खो दिया था। पुलिस ने हमें क्यूबन पार्क के रास्ते से जाने को कहा, लेकिन तब तक दहशत फैल चुकी थी। भगदड़, चोटों और मौतों की अपुष्ट खबरों के बीच, लोग इधर-उधर भागने लगे। अधिकांश मौतें गेट नंबर 7 पर अफवाह के बाद हुई। कुछ रिचमंड सर्कल की ओर भागे, तो कुछ अनिल कुंबले सर्कल के पास पहुंच गए। यह एक आपदा थी।
बैंगलोर के स्टेडियम में 21 स्टैंड और 13 गेट हैं। ज्यादातर गेट आम लोगों के लिए खुले थे। गेट नंबर 9 और 10 कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के सदस्यों के लिए आरक्षित थे। गेट नंबर 12, 13 और 14 पर सबसे ज्यादा भीड़ थी। क्योंकि ये गेट टीम बस के प्रवेश मार्ग पर थे। ज्यादातर हादसे गेट नंबर 7 पर हुए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि भीड़ को संभालने में पुलिस की कमी और शहर की सड़कों पर विजय जुलूस निकालने की अनुमति देने में देरी ने स्थिति को और बिगाड़ दिया। जो भगदड़ से बाल-बाल बचे, उन्होंने बताया कि एक एम्बुलेंस में 40 घायल लोग थे। मैं समय पर बाहर निकलने में भाग्यशाली रहा। पुलिस भी भीड़ को संभालने के लिए संघर्ष कर रही थी।
शाम को बारिश होने से स्थिति बिगड़ी, फिसलन बढ़ी
सिंचना एन अपने दोस्तों के साथ चिन्नास्वामी स्टेडियम गई और भीड़ में फंस गईं। उन्होंने बताया कि जैसे ही गेट थोड़ा सा खुला, हर कोई आगे बढ़ने लगा। एक कांच का पैनल टूट गया और लोगों को चोटें आईं। मैं अनिल कुंबले सर्कल के पास थी और इसलिए सबसे बुरी स्थिति से बच गई। पुलिस सिर्फ लोगों को धक्का दे रही थी। वे सही तरीके से भीड़ को नियंत्रित नहीं कर रहे थे। शाम करीब 5.30 बजे बारिश होने से स्थिति और खराब हो गई।
रोड शो रद्द करने से सारी भीड़ स्टेडियम पहुंच गई
अगर रोड शो रद्द नहीं किया जाता, तो प्रशंसकों को विजय मार्ग पर बेहतर तरीके से फैलाया जा सकता था। उन्होंने कहा कि योजना बहुत खराब थी। पुलिस और सरकार ने इतनी बड़ी भीड़ के लिए तैयारी नहीं की थी। सड़कों पर जाम के कारण एम्बुलेंस को निकलने में दिक्कत हो रही थी। इसलिए पुलिस ने क्यूबन पार्क सर्कल के पास शाम करीब 6.30 बजे लाठीचार्ज किया। खासकर टॉनिक बार के पास, ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जा सके और रास्ता साफ हो जाए। कुल मिलाकर, आरसीबी की जीत का जश्न मनाने के लिए भारी भीड़ जमा हो गई थी। लेकिन खराब प्रबंधन के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। कई लोग घायल हो गए और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने में काफी मुश्किल हुई।