Bank Manager’s Fraud : बैंक मैनेजर ने ही लोन स्वीकृत कर राशि साथियों के खाते में डाली, अनोखी धोखाधड़ी!

पुलिस ने पांच शिकायतों के आधार पर फरार बैंक मैनेजर को राजस्थान से पकड़ा

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Indore : करोड़ों की धोखाधड़ी करने वाले इनामी फरार आरोपी राजकुमार मीणा को क्राईम ब्रांच ने राजस्थान गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोगों को झूठ बोलकर करोड़ो रुपए के फर्जी लोन पास करवाने की धोखाधड़ी की।

आरोपी आंध्रा बैंक की छावनी ब्रांच में तात्कालिक मैनेजर के पद पर पदस्थ होकर पद का दुरुपयोग कर कई लोगों को झूठ बोलकर, साथियों से आवेदकों के कूटरचित दस्तावेजों तैयार कर फर्जी लोन अप्रूव करवाकर राशि आहरित कर ठगी करता था। स्वीकृत लोन की राशि भी बिना आवेदकों की जानकारी के अपने साथियों के खाते में ट्रांसफर कर षड्यंत्र पूर्वक धोखाधड़ी करता था।

अपराध पंजीबद्ध होने के बाद से ही आरोपी राजस्थान में जयपुर सहित अन्य जिलों में छिपकर फरारी काट रहा था। क्राइम ब्रांच को सूचना प्राप्त हुई कि थाना संयोगितागंज के पांच मामलों का एक आरोपी राजकुमार मीणा फरारी काट रहा हैं। जिस पर क्राईम ब्रांच की टीम व थाना संयोगितागंज के द्वारा संयुक्त कार्यवाही में मुताबिक योजना के घेराबंदी कर आरोपी राजकुमार पिता कांडूराम मीणा को पकड़ा।

आरोपी राजकुमार मीणा जो आंध्रा बैंक की छावनी शाखा में ब्रांच मैनेजर के पद पर पदस्थ था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 2018 में फरियादी की गैरमौजूदगी में फरियादी की फर्म अलमास बिल्डर्स के नाम से फर्जी बैंक अकाउंट खोलकर, बिना आवेदक की जानकारी के चेक बुक इश्यू कर फर्जी हस्ताक्षर चेक पर करते हुए, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर करीब 2 करोड़ रुपए का घोटाला किया। जिस पर फरियादी के द्वारा थाना संयोगितागंज में अपराध कायम कराया गया।

इसी तरह एक और फरियादी को प्लॉट और मकान के नाम पर लोन अप्रूव करने का बोलकर आरोपी द्वारा आवेदक को बैंक में करंट अकाउंट ओपन करवाकर कोरे चेक पर हस्ताक्षर करवाकर फरियादी के नाम से स्वीकृत 25 लाख की लोन राशि को अपने साथी आरोपियों के अकाउंट में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी की।

एक और फरियादी के साथ बैंक मैनेजर आरोपी राजकुमार और उसके साथियों ने षड्यंत्र पूर्वक आंध्रा बैंक में खाता खुलवा कर सभी निजी दस्तावेज प्राप्त किए और बैंक चेक पर हस्ताक्षर करवाकर उनका दुरुपयोग कर प्लॉट पर 7 लाख का लोन एवं सिलिकॉन वैली में फ्लैट के नाम से 20 लाख फर्जी लोन स्वीकृत करवाकर उक्त राशि को किसी अन्य व्यक्ति के कहते में ट्रांसफर कर धोखाधड़ी की।

पूछताछ में आरोपी राजकुमार ने इस तरह पद का दुरुपयोग कर कई लोगों के साथ फर्जी लोन स्वीकृत कर उक्त राशि को किसी अन्य के खाते में ट्रांसफर कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करना स्वीकार किया।

आरोपी के विरुद्ध थाना संयोगितागंज में कई अपराध पंजीबद्ध होने एवं उक्त अपराधो में लंबे समय से फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी की कोशिश की गई, परन्तु आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही थी। जिस पर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पांच प्रकरणों में 40 हज़ार रुपए के इनाम की घोषणा की गई थी। आरोपी के विरुद्ध अग्रिम वैधानिक कार्यवाही थाना संयोगितागंज द्वारा की जा रही है।