Basement Checking : इंदौर में एक महीने में बेसमेंट से गतिविधि हटाने के कलेक्टर के निर्देश!
Indore : प्रशासन ने दिल्ली में हुए बेसमेंट हादसे के बाद सख्त कदम उठाए हैं। बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों, अस्पतालों और लाइब्रेरी के अलावा अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों की जांच शुरू की। साथ ही सख्त चेतावनी भी दी है। प्रशासन और नगर निगम की टीम ने 30 से अधिक संस्थानों को जांच के बाद सील कर दिया है। ये सभी नियम के विरुद्ध संचालित हो रहे थे।
कलेक्टर की सख्त चेतावनी
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि एक महीने के अंदर तलघर से पार्किंग की जगह पर बनी दुकानें, कोचिंग और अन्य व्यावसायिक संस्थानों को हटा लिया जाए। अन्यथा रिमूवल की कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि अब शहर में बेसमेंट का उपयोग सिर्फ पार्किंग के लिए किया जा सकेगा। वहां अन्य कोई व्यावसायिक गतिविधियां नहीं चलने दी जाएंगी। कलेक्टर ने कहा कि जहां भी बेसमेंट का पार्किंग के अलावा अन्य उपयोग पाया जाएगा, वहां पर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि शहर में पार्किंग की समस्या ज्यादा है। यदि नक्शे में बेसमेंट पार्किंग के लिए दिखाई गई है, तो उसका कमर्शियल उपयोग नहीं किया जा सकता। इसे लोग अंतिम चेतावनी समझें। एक महीने का समय दे रहे हैं। इस दौरान जितनी भी ऐसी इमारतें हैं, उसके संचालक अवैध निर्माण हटाकर खुद ही पार्किंग की जगह सुनिश्चित करवाएं। तय अवधि के बाद भी अगर ऐसा नहीं किया तो सख्त कार्रवाई होगी।
30 से अधिक संस्थान सील किए
दिल्ली हादसे के बाद इंदौर जिला प्रशासन और नगर निगम टीम के द्वारा शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में तलघर की जांच की जा रही है। इस दौरान जिला प्रशासन व नगर निगम की टीम ने 30 से अधिक संस्थाओं को सील किया है। इनमें कोचिंग, अस्पताल, लाइब्रेरी, फूड जोन शामिल हैं। यह सभी अवैधानिक रूप से संचालित हो रही थी। दिल्ली हादसे के बाद सीएम ने सभी जगहों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इंदौर और भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों में धड़ल्ले से बेसमेंट कमर्शियल गतिविधियां संचालित हो रही हैं।