Become History:रतलाम ने रचा इतिहास,शहर के एतिहासिक स्थल झाली तालाब पर 22 हजार वर्ग फीट का तिरंगा फहराया 

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रतलाम ने रचा इतिहास,शहर के एतिहासिक स्थल झाली तालाब पर 22 हजार वर्ग फीट का तिरंगा फहराया

*रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट*

_रतलाम शहर के ऐतिहासिक स्थल झाली तालाब पर निगम प्रशासन ने हजारों दर्शकों के बिच 22 हजार वर्ग फीट का तिरंगा झंडा फहराकर इतिहास रच डाला।विधायक चेतन्य काश्यप की ख्वाहिश और कलेक्टर सूर्यवंशी की पहल से निगमायुक्त अभिषेक गहलोत के निर्देश पर इस अजूबे कार्यक्रम को अंजाम दिया गया जिसके हजारों दर्शक साक्षी बने।_

हर घर तिरंगा अभियान के तहत रतलाम शहर में ऐतिहासिक रूप से 22 हजार वर्ग फीट लंबाई का तिरंगा झंडा फहराया गया।हजारों लोगों की उपस्थिति में स्थानीय कालिका माता मंदिर परिसर स्थित झाली तालाब की पूर्ण गोलाई में 22 हजार वर्ग फीट आकार का तिरंगा झंडा फहराया गया।इस अवसर पर जन प्रतिनिधि,अधिकारी,कर्मचारी, तथा हजारों की संख्या में शहर के रहवासी मौजूद रहें।

इस अवसर के साक्षी शहर के हजारों लोग बने,वातावरण देशभक्ति से ओतप्रोत था।जोश के साथ लगे राष्ट्रीय सम्मान के नारों से परिसर गूंज उठा। नागरिकों ने हृदय की गहराइयों से तिरंगे झंडे के साथ अपनी आत्मीयता और गौरव को आत्मसात किया।

*विधायक चेतन्य काश्यप ने संबोधित किया*

इस अवसर पर विधायक चेतन्य काश्यप ने कहा कि शहर ने इतिहास रचा हैं। 22 हजार वर्ग फीट आकार के तिरंगे झंडे को शहर के ऐतिहासिक झाली तालाब पर फहराया गया हैं।

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नतीजतन राष्ट्र गौरव में अभिवृद्धि के इन क्षणों में उपस्थित हजारों लोग अभिभूत हैं।हर घर तिरंगा अभियान के माध्यम से जन-जन अपने हृदय की गहराइयों के साथ राष्ट्रध्वज के गौरव से जुड़ा हैं। कश्यप ने कहा कि अभियान में व्यापक रूप से आमजन तिरंगा यात्राओं में सम्मिलित हो रहे हैं।

कश्यप ने कहा कि विशाल ध्वज निर्माण कर रतलाम शहर का नाम रोशन किया गया हैं।इसी प्रकार रतलाम शहर को एक विकसित स्वरूप दिया जाकर पूरे देश में शहर का नाम विकास के क्षेत्र में भी रोशन करेंगे।

*क्या कहते हैं महापौर*

इस अवसर पर महापौर प्रहलाद पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि यह राष्ट्र गौरव का क्षण है,आम नागरिक राष्ट्र भावना से सराबोर हैं।

*यह थे मौजूद*

कार्यक्रम में निगम अध्यक्ष श्रीमती मनीषा शर्मा, एसपी अभिषेक तिवारी,निगम के पार्षदगण भी उपस्थित थे।

*संचालन तथा आभार*

संचालन आशीष दशोत्तर ने किया।आभार अभिषेक गहलोत ने माना।