उप चुनाव के ऐलान से पहले मंत्री और पूर्व मंत्री करेंगे क्षेत्र में होमवर्क,विजयपुर में भाजपा प्रभारियों को अपनों को मनाने की चुनौती

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Prithvipur Assembly

उप चुनाव के ऐलान से पहले मंत्री और पूर्व मंत्री करेंगे क्षेत्र में होमवर्क,विजयपुर में भाजपा प्रभारियों को अपनों को मनाने की चुनौती

 

भोपाल:बुधनी और विजयपुर विधानसभा उपचुनाव का भले ही ऐलान नहीं हुआ हो, लेकिन भाजपा और कांग्रस ने अपने-अपने प्रभारी बनाकर चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। दोनों ही सीटें कांग्रेस के लिए चुनौती भरी हुई है। विजयपुर में पिछले आठ चुनाव से कांग्रेस रामनिवास रावत को अपना उम्मीदवार बना रही थी। वहीं बुधनी में कांग्रेस आखिरी बार 1998 में चुनाव जीती थी। दोनों ही सीटों पर कांग्रेस को मुकाबले में रहने के लिए ही भारी मेहनत करना पड़ सकती है। वहीं भाजपा को बुधनी में कोई समस्या नहीं हैं, लेकिन विजयपुर सीट पर नाराज भाजपा नेताओं को मनाना बड़ी चुनौती है।

*नाराज नेताओं को मनाना जरुरी* 

भाजपा ने गुरुवार को इन दोनों क्षेत्रों के लिए प्रभारी बनाए हैं। प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों को संगठन की तरफ से यहां का प्रभारी बनाया गया है। बुधनी के प्रभारी करण सिंह वर्मा बनाए गए हैं, जबकि सह प्रभारी पूर्व मंत्री रामपाल सिंह बनाए गए हैं। वहीं विजयपुर क्षेत्र के लिए मंत्री एंदल सिंह कंसाना को प्रभारी और पूर्व विधायक नरेंद्र बिरथरे को सह प्रभारी बनाया गया है। विजयपुर क्षेत्र से मंत्री रामनिवास रावत को लेकर पार्टी में विरोध के स्वर उभरने लगे हैं। यहां के पूर्व विधायक सीताराम सहित इस बार का विधानसभा चुनाव लड़े बाबूलाल मेवारा, रावत के भाजपा में आने से नाराज हैं। इन दोनों को मनाना प्रभारी और सहप्रभारी के लिए चुनौती भरा होगा। वहीं बुधनी में भाजपा बहुत मजबूत है, यहां पर भाजपा में आपसी खिंचतान नहीं हैं। यहां पर केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सहमति से ही उम्मीदवार का चयन होगा। हालांकि यहां पर कई दावेदारों के नाम सामने आए हैं। जिसमें उनके शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय चौहान, पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह, रविश चौहान सहित अन्य नेता यहां पर टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं।o

*दोनों सीट पर उम्मीदवार की तलाश* 

कांग्रेस के सामने दोनों ही सीटों पर एक जैसी समस्या है। उसे दोनों ही सीटों पर अच्छे और मजबूत उम्मीदवार की तलाश है। बुधनी के प्रभारी जयवर्धन सिंह हैं। वहीं विजयपुर की जिम्मेदारी लाखन सिंह, पंकज उपाध्याय को दी गई है। दोनों ही क्षेत्रों में बैठकों का दौर चल रहा है। कांग्रेस से कई नेता उपचुनाव लड़ने के लिए दावेदारी कर रहे हैं, लेकिन इनमें से कोई भी प्रभारी नाम अब तक पार्टी के सामने नहीं आया है।

 

 

 

 

 

 

 

 

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