कांग्रेस में टिकटों के ऐलान से पहले बनेगी रूठों को मनाने की प्लानिंग
भोपाल
कांग्रेस में पहली सूची जारी करने से पहले यह भी तय करना है कि नाराज लोगों को कैसे मनाया जाए। इसे लेकर कांग्रेस रूठों को मनाने की भी प्लानिंग कर रही है, जिस काम के लिए पूर्व की ही तरह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को जिम्मेदारी दी जाएगी कि वे रूठों को मनाने का काम करेंगे। उम्मीदवारों के ऐलान के बाद वे प्रदेश भर में दौरा कर यही काम करेंगे।
कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली सूची इस महीने आने की संभावना है, ऐसे में जिन सीटों पर उम्मीदवारों को ऐलान होगा, वहां पर अन्य दावेदार नाराज हो सकते हैं। दावेदारों की नाराजगी दूर करने की जिम्मेदारी एक बार फिर दिग्विजय सिंह को सौंपी जाएगी। दिग्विजय सिंह ने इन सभी से मिलकर इनकी नाराजगी दूर करेंगे। इस काम में उनका साथ पीसीसी चीफ कमलनाथ और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला भी देंगे। जरुरत पड़ी तो दिग्विजय सिंह इन दोनों नेताओं से नाराज नेताओं की बातचीत भी कराएंगे।
इसी तर्ज पर पिछले चुनाव में किया था मैनेज
जिस तरह से पिछले चुनाव में दिग्विजय सिंह ने नाराज नेताओं को मैनेज करने का काम किया था, ठीक वैसा ही काम उन्हें इस बार भी करना पड़ सकता है। वे ऐसे हर क्षेत्र में जाएंगे, जहां पर कांग्रेस उम्मीदवार से पार्टी के दमदार नेता नाराज होंगे। उन्हें मनाकर पार्टी उम्मीदवार के लिए काम करवाया जाएगा। नाराज नेताओं के घर भी दिग्विजय सिंह जा सकते हैं, कुछ को भोपाल बुलाकर बात कर सकते हैं, कुछ को मोबाइल पर मनाने का काम कर सकते हैं।
कौन रूठ सकता है तैयार है लिस्ट
कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, सुरेश पचौरी और अन्य नेताओं ने यह लिस्ट बना ली है कि टिकट मिलने के बाद कौन-कौन नेता किस-किस सीट से नाराज हो सकते हैं। इनता ही नहीं कांग्रेस नेताओं ने यह भी आंकलन कर लिया है कि नाराज नेता कितना डेमेज कर सकते हैं। इसके अनुसार इन्हें मनाने का काम किया जाएगा। उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आते ही जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी और जिला मंत्रियों को मनाने का काम सौंपा जाएगा, जब इन तीनों पदाधिकारियों से बात नहीं बनेगी, तब दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं की एंट्री इसमें की जाएगी।
सीटिंग विधायकों के क्षेत्र में भी करना होगा यही काम
कांग्रेस के वर्तमान विधायकों से भी उनके क्षेत्र के कई नेता नाराज बताए जाते हैं। जबकि कई नेताओं ने कांग्रेस विधायकों वाली सीट पर टिकट की दावेदारी पेश की है। इन विधायकों को यदि टिकट फिर से मिलता है तो उनके क्षेत्र में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को दखल देकर नाराज नेताओं को मनाने का काम करना होगा।