काजीरंगा पार्क को मिला Best Wildlife Destination का अवार्ड

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काजीरंगा पार्क को मिला Best Wildlife Destination का अवार्ड

सम भारत का वह प्रमुख राज्य है जो  बांग्लादेश और भूटान दोनों की अंतराष्ट्रीय सीमाओं के बीच में स्थित है।यहां की संस्कृति और लुभावना नजारे पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। असम ब्रह्मपुत्र नदी, शानदार पहाड़ियां, वनस्पतियां, जीवों के साथ प्रकृति प्रेमियों के लिए यह शहर स्वर्ग के रुप में जाना जाता है।

Best Wildlife Destination

 

यहां पर आपको एक सींग वाले गैंडे भी मिलेंगे। एक सींग वाले गैंडे काजीरंग राष्ट्रीय उद्यान में पाए जाते हैं। हाल ही में आउटलुक ट्रैवलर ने असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व को भारत में सबसे ज्यादा वन्यजीव गंतव्य के लिए गोल्ड अवार्ड सम्मानित किया है।

स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के योगदान के लिए किया सम्मानित

असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान ने टाइगर रिजर्व को चार पूर्वोतर राज्यों के स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अपार योगदान के रुप में सम्मानित किया है। काजीरंगा पार्क के अलावा सिक्किम के पेलिंग और कंचनजंगा ने भारत में सर्वश्रेष्ठ माउंटेन एंड हिल व्यू डेस्टिनेशन के लिए गोल्ड अवार्ड हासिल किया।

 

सिक्किम में पाए जाने वाली लेक त्सोमगो और नाथू ला दर्रे को भारत में पहला दर्शनीय ड्राइव गंतव्य मिला। मेघालय के मावलिननॉन्ग और नागालैंड के खोनोमा को भी भारत में सर्वश्रेष्ठ इको-टूरिज्म डेस्टिनेशन और भार में बेस्ट ऑफबीट डेस्टिनेशन के लिए सिल्वर अवार्ड दिया गया है।

आउटलुक ट्रैवलर अवार्ड्स 2022 ने दिया सम्मान

आउटलुक ट्रैवलर अवार्डस 2022 का उद्देश्य नई सामान्य प्रक्रिया के बीच पर्यटन क्षेत्रों में बदलावों की जांच करना और उन्हें बढ़ावा देना है।

 

 

काजीरंगा पार्क में देख सकते हैं ये चीजें

आप काजीरंगा पार्क में एक सींग वाले गैंडे देख सकते हैं। यह अस्म के गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित है। इससे पहले भी 1985 में यूनेस्को के द्वारा इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा भी दिया जा चुका है। यहां पर आप एक सींग वाले गैंडे के अलावा पार्क में दलदली हिरण, हाथी, जंगली भैंस, चीनी पैंगोलिन, बंगाल फॉक्स, गिबन्स, सिवेट्स, स्लॉथ बियर, तेंदुए और फ्लाइंग गिलहरी भी देख सकते हैं। यहां पर रॉयल बंगाल टाइगर्स की एक विशाल आबादी भी पाई जाती है।

Centurain Tree;इस पेड़ को ग्रेट ग्रैंडफादर कहा जाता है क्योंकि यह 5000 साल पुराना है