भोपाल: पश्चिम मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल धार, झाबुआ, अलीराजपुर और खरगोन जिलों में इन दिनों परंपरागत भगोरिया पर्व की धूम मची हुई है। होली त्यौहार के पूर्व इस पर्व पर आदिवासी युवक युवतियां मांदल की थाप पर नृत्य करते नजर आ रहे हैं।
धार जिले के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में इन दिनों भगोरिया पर्व की धूम मची हुई है आदिवासी संस्कृति के अनुरूप क्षेत्र में ढोल मांदल की थाप पर आदिवासी युवा युवतियां नृत्य करते नजर आते हैं।
धार जिले के डही के कुआं में भगोरिए की मस्ती में क्षेत्र के आदिवासी मस्त है।युवतियां चांदी के गहने पहने ,एक से एक वस्त्र पहने ,हाथों पर गोदना गुदवाती नजर आ रही है।
धार जिले में होली से पूर्व आदिवासी इलाकों में माने जाने वाले भगोरियापर्व की शुरुआत हो गई है। सुसज्जित होकर महिलाएं सजधज कर भगोरिया हाट देखने जाती है वही पुरुष अपने अपने ढोल मांदल की थाप पर जम कर नाचते है।
यही एक ऐसा पर्व है जहाँ सभी एकत्रित होकर एक सप्ताह तक होली पर्व की शुरूआत करते है ।
एक दूजे को गुलाल लगा कर गले लगाते है और होली के लिए हाट बाजार कर मस्ती में झूमते नजर आते है।