भारत जोड़ो यात्रा, राहुल, प्रियंका, विवाद और उम्मीद…
आज यानि 23 नवंबर को मध्यप्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री हो रही है। 12 दिनों की यात्रा में राहुल गांधी मध्य प्रदेश में 399 किमी चलेंगे। प्रदेश के बुराहनपुर से यात्रा शुरू होकर खंडवा, खरगोन, इंदौर, उज्जैन और आगर मालवा सहित छह जिलों में घूमेगी। यात्रा 23 नवम्बर को महाराष्ट्र से बुरहानपुर में एंट्री और 4 दिसंबर को राजस्थान में प्रवेश करेगी। खास बात यह है कि कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी भी मध्य प्रदेश से भारत जोड़ो यात्रा में जुड़ेंगीं।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के साथ-साथ विवाद भी कदमताल कर रहा हैै। महाराष्ट्र में सावरकर विवाद तो एमपी में सिख दंगों की गूंज देखने को मिल रही है। एमपी में इंदौर के खालसा कॉलेज में 27 नवम्बर को राहुल गांधी की सभा होना थी।बीते दिनों खालसा कॉलेज में ही सिख संगत ने कमलनाथ का विरोध किया था। सिख संगत के कीर्तनकार ने कहा था जो 1984 के दंगों का दोषी हो उसका गुणगान क्यों किया जा रहा है। उसके बाद एमपी के गृह मंत्री ने राहुल गांधी को सलाह दी थी कि वह खालसा कॉलेज न जाएं। और अब कांग्रेस ने इंदौर में राहुल गांधी के ठहरने के स्थान में परिवर्तन कर दिया है। महाराष्ट्र में राहुल गांधी ने सावरकर पर विवादास्पद बयान देकर न केवल महाराष्ट्र की जनता को बल्कि महाविकास अघाड़ी के सदस्य शिवसेना को भी नाराज कर दिया,अब एमपी पहुंचने से पहले राहुल गांधी पर एक और विवाद का साया मंडराने लगा है।
उम्मीद यही है कि हृदय प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी प्रेम, सद्भाव और शांतिपूर्वक संपन्न होगी। कांग्रेस को उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा का लाभ उसे 2023 के विधानसभा चुनाव में मिलेगा। शायद इसीलिए मध्यप्रदेश में खासतौर से राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी भी नजर आने वाली हैं। परिणाम क्या मिलता है यह समय बताएगा लेकिन राहुल गांधी की यात्रा से कांग्रेस खुश है तो भाजपा भी राहुल गांधी की उपस्थिति को हमेशा अपने हित में देखती रही है।