भोपाल: युवाओं को रोजगार का वादा करने वाली शिवराज सरकार अब कोविड काल में दो साल से अधिक समय से काम कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों को नौकरी से हटाएगी। एक अप्रेल से इनकी सेवाएं खत्म कर दी गई हैं।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा आदेश जारी कर कहा गया है कि अस्थायी मानव संसाधन के लिए सरकार द्वारा बजट का आवंटन नहीं करने के कारण अगले महीने से इनका वेतन भुगतान नही हो सकता, इसलिए इन स्वास्थ्य कर्मचारियों के कार्यकाल को समाप्त किया जाता है। सभी कलेक्टर सह अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी हुए हैं।
एनएचएम के इस फैसले से 2 साल तक सेवाएं दे चुके स्वास्थ्य कर्मचारियों ने गुस्सा है और इसके विरोध में स्वास्थ्य कर्मचारियों टीमें राजधानी में प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं। इनका कहना है कि कोरोना काल में जब लोग एक दूसरे दूर भागते थे तब इन स्वास्थ्य कर्मियों ने जान हथेली पर रख कर सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सेवाएं दी थी और अब सरकार ने बजट की कमी के नाम पर उन्हें नौकरी से निकालने का फैसला कर लिया है। यह सरकार की अमानवीयता का परिचायक है।