Bhopal: दिग्विजय,पर्यावरणविदों के साथ करेंगे आस्था और अस्तित्व पर मंथन, भोपाल में आज आयोजन

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भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नर्मदा नदी को लेकर सक्रिय हो गए हैं। इस बार वे पर्यावरणविदों के साथ नर्मदा नदी की आस्था और अस्तित्व को लेकर पर्यावरणविदों के साथ मंथन करेंगे। यह आयोजन आज भोपाल में होने जा रहा है। गौरतलब है कि वर्ष 2017 में दिग्विजय सिंह ने 3100 किलोमीटर की पैदल नर्मदा परिक्रमा की थी।

जन-जन की आस्था की केंद्र मां नर्मदा को देवी के रूप में पूजा जाता है, इसकी परिक्रमा की जाती है। अब इस जीवनदायनी नदी की अविरल धारा क्षीण हो चली है। तटों पर आबाद वन- पहाड़ों की कटाई से उसका अस्तित्व संकट में हैं। इसलिए नर्मदा सूखने की कगार पर है।

बताया गया है कि इन मुश्किलों को लेकर बहुत से सवाल है जो सिर्फ नर्मदा नदी से नहीं बल्कि मनुष्यता और उसके अस्तित्व से जुड़े हुए हैं। इन्हीं प्रश्नों के उत्तर तलाशने के लिए नर्मदा के पर्यावरण, आस्था और अस्तित्व विषय पर पर्यावरणविदों और जानकारों के साथ परिचर्चा आयोजित होगी।

इस परिचर्चा में पर्यावरण विद राजेंद्र चंद्रकांत राय, गुजरात के भरुच के सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार सिंहा, गुजरात के मछुआरा समाज से जुड़े कमलेश मढ़ीवाला, साहित्यकार पंकज सुबीर अपनी बात रखेंगे।

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खुला आमंत्रण- दिग्विजय सिंह ने भोपाल और उसके आसपास के लोगों को भी इस परिचर्चा में शामिल करने के लिए खुला आमंत्रण दिया है। उन्होंने कहा कि यह परिचर्चा के लिए कोई भी पर्यावरण प्रेमी जो नर्मदा क्षेत्र से हो आकर इस मंथन में शामिल हो सकता है। इस मंथन को नर्मदा पठार के लोगों के बीच तक पहुंचाने का जिम्मा भी दिग्वियज सिंह और उनकी टीम उठाएगी।