Bhopal News: मरे हुए कर्मचारी को सैलरी मामले में नपेंगे बड़े अधिकारी
भोपाल। भोपाल नगर निगम में मरे हुए सफाई कर्मचारी की की मौत के बाद भी उनकी सैलरी निकाले जाने का मामला गहरा गया है। इसकी जांच में निगम के बड़े अधिकारी भी नपेंगे जिनकी शह पर इसको पहले स्तर ही नहीं रोका गया। गौर तलब है कि निगम परिषद की बैठक में यह मामला सामने आया था। उस समय परिषद अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी ने जांच के आदेश दिए थे।
*क्या है मामला*
जब वार्ड-35 की पार्षद शिरीन खान ने निगम में काम कर रहे सभी पदस्थ कर्मचारियों के कामों की जानकारी ली जारी थी। इस दौरान हैरान करने वाला खुलासा सामने आया। इस वार्ड सुपरवाइजर जसवंत की मौत होने के बावजूद उसकी सैलरी निकाली जा रही है। यह भ्रष्टाचार का बड़ा मुद्दा है। हैरानी की बात तो यह है कि इस मामले में वार्ड 35 के एएचओ से इस संबंध में न तो कोई पूछताछ की गयी और न ही कोई जांच। अब जांच के बाद उनसे जुड़े अन्य अधिकारी भी सामने आएंगे।
*नहीं हुई सफाई कर्मचारियों की गिनती*
राजधानी में तकरीबन आठ हजार से अधिक सफाई कर्मचारी नगर निगम में काम करते हैं लेकिन कई सालों से गिनती नहीं हुई है कि इनमें से कितने काम पर आते हैं और कितने नहीं। इससे पहले तत्कालीन कमिश्नर मनीष सिंह ने एक बार दशहरे मैदान में इनकी परेड करवायी थी। उसमें कई लोगों की तबियत खराब हो गयी थी और कई के घरों में मैय्यत । अब एक बार फिर नये सिरे से निगम में इन कर्मचारियों की परेड करवाने की तैयारी चल रही है।