भोपाल में धर्म परिवर्तन के बड़े गिरोह का भंडाफोड़, विदेशों से हो रही फंडिंग की होगी पड़ताल

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भोपाल में धर्म परिवर्तन के बड़े गिरोह का भंडाफोड़, विदेशों से हो रही फंडिंग की होगी पड़ताल

 

भोपाल:राजधानी में बीते कुछ महीनों से धर्म परिवर्तन कराने वाले लोगों का लगातार खुलासा हो रहा है। गत दिवस शहर के बागसेवनियां इलाके में धर्म परिवर्तन का गंभीर मामला सामने आया है। कियोस्क चलाने वाला व्यक्ति पैसों का लालच देकर लोगों का धर्म (ईसाई) परिवर्तन कराता था। रविवार को बजरंग दल ने उसे ऐसा करते पकड़ लिया। इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने सरगना सहित चार पर मामला दर्ज किया है, इनमें तीन महिलाएं शामिल हैं। सभी को हिरासत में लिया गया है। पुलिस इनकी फंडिंग का सोर्स पता कर रही है।

सूत्रों की मानें तो पुलिस आरोपियों के एकाउंट डिटेल खंगाल रही है। शुरुआत में आरोपियों के एकाउंट में विदेशी फंडिंग की जानकारी मिली है। ऐसे में यह पैसे कब-कब, कहां-कहां से आए और इन पैसों को कहां-कहां वितरित किया गया है, यह सारी जानकारी पुलिस जुटा रही है। आरोपी कियोस्क सेंटर चलाता है, इसी के माध्यम से वह फंडिंग की व्यवस्था करता है। इसके अलावा, कियोस्क सेंटर में इतनी कितनी कमाई होती होगी, जिससे वह लोगों की मदद करता है। दरअसल, अमराई में हर रविवार को होने वाली प्रार्थना सभा की जानकारी बजरंग दल को मिली थी। रविवार को बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रार्थना सभा के बीच पहुंच गए। इसको लेकर हंगामा हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस को महिलाओं के विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई।

कई साल से धर्म परिवर्तन में जुटा था शिवकुमार

बागसेवनियां थाना प्रभारी अमित सोनी ने बताया कि जांच के बाद शिवकुमार सहित तीन महिलाओं को आरोपी बनाया गया है। शुरूआती जांच में पता चला है शिवकुमार पिछले 10 साल से ऐसा कर रहा है। उस पर पहले कोई एफआईआर है या नहीं, यह पता लगाया जा रहा है। उधर बजरंग दल का दावा है- उसने एक साल पहले आरोपी को ऐसा करते पकड़ा था। दल के कार्यकतार्ओं ने एक प्रोफेसर का नाम और लिया है।

जरुरतमंदों को ढूंढना और उनकी मदद करना गिरोह का लक्ष्य

बताया जा रहा है कि धर्म परिवर्तन कराने वाला यह गिरोह बस्तियों और कॉलोनियों में जरुरतमंदों को खोजते थे। इसके बाद उनकी मदद करके उन्हें प्रलोभित करते थे। धर्म परिवर्तन के लिए ऐसे लोग गिरोह के निशाने पर रहते थे, जिनके यहां पर शादी-विवाह होते हैं। जरुरतमंद लोगों के बच्चों की पढ़ाई, उनकी शादी कराने का लालच दिया जा रहा था। लोग प्रार्थना सभा में आएं। इसलिए उनके घरों तक चावल सहित अन्य राशन पहुंचाया जा रहा था।