Big Question of Bageshwar Dham: हवस का पुजारी ही क्यों कहते हैं, हवस का पादरी या हवस का मौलाना क्यों नहीं कहते?
राजेश चौरसिया की रिपोर्ट
छतरपुर: बागेश्वर धाम परिसर में सफाई का कार्यक्रम रखा गया था जहां बागेश्वर धाम सरकार ने भी सफाई की। मंदिर के परिक्रमा मार्ग में वो झाड़ू लगाते दिखे।
इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए, बागेश्वर महाराज ने कहा सनातन धर्म में सबसे बड़ा पुजारी होता हैं और उसके लिये कहावत की गई हैं, हवस का पुजारी। हवस के पुजारी की जगह हवस का पादरी या हवस का मौलना क्यों नहीं कहते?
बागेश्वर महाराज ने नव दुर्गा पर भी कहा- लोग नौ दिन तक दुर्गा दुर्गा बोलते हैं, 10 वे दिन मुर्गा मुर्गा।
सबसे पहले घर में बैठी नारी का सम्मान करना चाहिए।