

Big Statement Of Defence Minister: पाकिस्तान के परमाणु हथियार IAEA की निगरानी में होने चाहिए- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बड़ा बयान देते हुए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सवाल किया है कि क्या परमाणु हथियार एक गैर-जिम्मेदार और दुष्ट राष्ट्र के हाथों में सुरक्षित हैं? उन्होंने कहा, “मैं पूरी दुनिया से पूछता हूं कि क्या ऐसे गैर-जिम्मेदार और दुष्ट देश के पास परमाणु हथियार सुरक्षित रह सकते हैं? मेरा मानना है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।”
रक्षा मंत्री का यह बयान क्षेत्रीय सुरक्षा और परमाणु नियंत्रण को लेकर वैश्विक बहस को एक नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के ख़िलाफ़ भारत द्वारा चलाई गई, अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई है। पैंतीस-चालीस वर्षों से भारत सरहद पार से चलाये जा रही आतंकवाद का सामना कर रहा है। आज भारत ने पूरी दुनिया के सामने स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ हम किसी भी हद तक जा सकते हैं।… pic.twitter.com/QjDHAkLouX
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) May 15, 2025
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्रीनगर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तान की परमाणु नीति और आतंकवाद पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक गैर-जिम्मेदार और दुष्ट राष्ट्र है, जिसके हाथों में परमाणु हथियार सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) की निगरानी में लिया जाना चाहिए।
राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को राज्य की नीति के रूप में अपनाता है और आतंकवादियों को समर्थन देता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाता है और देश की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
रक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर कोई देश भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देता है, तो उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत की सेना और सुरक्षा बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं।
राजनाथ सिंह के इस बयान को क्षेत्रीय सुरक्षा और परमाणु हथियारों के नियंत्रण के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण संदेश माना जा रहा है।