बागवानी
Billbergia Nutan (Queen’s-tears): पेंटिंग सा दिखने वाला क्विंस टियर ..जिसे कहते है Friendship Plant
महेश बंसल, इंदौर
Billbergia nutan (Queen’s-tears) आंसू दुःख के होते है तो खुशी के भी तो हो सकते है। यहां बात रानी के ख़ुशी के आंसू की ही कर रहे है। क्विंस टियर के फूल के फोटो देखकर भ्रम होता है कि यह तो पेन्टिंग है । भ्रम होना स्वाभाविक भी है , क्योंकि प्रकृति की कुंची के विभिन्न रंग एवं उनकी कलाकारी की हम कल्पना भी नहीं कर सकते है।इस मैत्री पौधे के फूल इतने आकर्षक और शानदार होते हैं, ये लंबे समय तक चलने वाले, सर्दियों के फूल जीवंत रंगों का इंद्रधनुष दिखाते हैं। एक खूबसूरत आसानी से उगने वाला ब्रोमेलियाड जो आसानी से सीधे गुच्छों का निर्माण करेगा। एक बार जब पौधा परिपक्व हो जाता है, तो इसमें एक फुट लंबी पतली पत्तियों के साथ 2 फुट लंबे तने होंगे, और धनुषाकार फूलों के डंठल अपने गुलाबी रंग के ब्रैक्ट्स और झुके हुए फूलों को दिखाएंगे जिनमें चमकीले नीले रंग के किनारे पीले हरे रंग की पंखुड़ियाँ होंगी।
आप सोच रहे होंगे कि इसे friendship plant क्यों कहा जाता है ? यह पौधा न तो कटिंग से बनता है और न ही इसके बल्व रहते है, और न ही सीड्स रहते है। अपितु मुख्य पौधे से सटकर जड़ों से ही नये पौधे निकलते हैं । इन नये पौधों को सितंबर अक्टूबर में निकालकर दूसरे छोटे नर्सरी पाट में शिफ्ट करना होता है। छोटे पाट में ही क्यों … क्योंकि इसमें जड़े अधिक नहीं रहती अतः 5,6 इंच के नर्सरी पाट पर्याप्त है।
नये पौधों को गमलों से निकालकर दूसरे पाट में लगाने का उद्देश्य यह है कि पाट में एक ही पौधा रहेगा तो उसे फूल को उगाने के लिए भरपूर भोजन मिलेगा, पूरी शक्ति मिलेगी, अन्यथा एक ही पाट में अधिक पौधे होने पर उसका भोजन सभी पौधों में वितरित हो जाने से फूल को उगाने की शक्ति क्षीण हो जाएगी।
अब यह अतिरिक्त पौधे मित्रों को उपहार में देकर इसके नाम को सार्थक कर सकते है, मैंने स्वयं मित्रों को दो वर्ष में लगभग 50 पौधे उपहार में वितरित किए है। यह तब संभव हो पाया जब पहले मैंने दो पौधों से निकले अतिरिक्त पौधों से स्वयं के लिए 10 गमले किये। अब इन दस गमलों में प्रतिवर्ष लगभग 30-40 अतिरिक्त पौधे बनने लगे हैं।
इस पौधे को आर्किड या ब्रोमेलियाड मिट्टी के मिश्रण की आवश्यकता होती है। मैंने इसे 80% सिंडर, 20% परलाईट एवं 20% वर्मीकम्पोज के मिश्रण में लगाया है, जिसका रिजल्ट बहुत ही अच्छा है।
महेश बंसल, इंदौर