BJP: मंडल अध्यक्ष के चयन में मनमानी का आरोप, भावुक हुआ युवक, छलके आंसू,कहा- 9 के विरुद्ध 11 वोट मिलने पर भी किया दरकिनार

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BJP: मंडल अध्यक्ष के चयन में मनमानी का आरोप, भावुक हुआ युवक, छलके आंसू,कहा- 9 के विरुद्ध 11 वोट मिलने पर भी किया दरकिनार

राजेश चौरसिया की रिपोर्ट 

छतरपुर: भारतीय जनता पार्टी ने मंडल अध्यक्षों की सूची जारी की है लेकिन सूची जारी होते ही विवाद शुरू हो गए। कुछ मंडल अध्यक्षों के चयन पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि पार्टी द्वारा कुछ चुनाव भी निरस्त किए गए हैं। युवक का आरोप है कि उसे 11 वोट मिले मगर 9 वोट हासिल करने वाले दूसरे युवक को अध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है। युवक मंडल अध्यक्ष ना बन पाने से भावुक गया और उसकी आंखों से आंसू छलक ने लगे।

 

भारतीय जनता पार्टी के सरवई मंडल के लिए मंगी केवट एवं नाथूराम पटेल के बीच चुनाव हुआ। मंगी केवट के मुताबिक उसे 11 वोट मिले वहीं नाथूराम पटेल को सिर्फ 9 वोट मिले। मंगी का आरोप है कि क्षेत्रीय विधायक एवं राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार के हस्तक्षेप के कारण नाथूराम पटेल को मंडल अध्यक्ष बनाया गया। मंगी के मुताबिक वह पिछले 21 वर्षों से भाजपा की सेवा करता चला रहा है। गांव गांव जाकर चुनाव में लोगों को भाजपा के लिए मतदान करने हेतु प्रेरित करने का यह नतीजा मिला कि उसे 21 साल बाद भी मंडल अध्यक्ष जैसा पद नहीं दिया गया। पुराने कार्यकर्ताओं को दरकिनार करने का युवक ने आरोप लगाया है।

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उसका कहना है कि जिस व्यक्ति को मंडल अध्यक्ष का दायित्व दिया गया है वह 2010 से पार्टी के लिए काम कर रहा है लेकिन मांगी का कहना है कि वह पिछले 21 वर्षों से पार्टी की सेवा में जुटा है। दुख इस बात का है कि भाजपा के लिए भले ही पूरा केवट समाज समर्पित भाव से कार्य कर रहा हो मगर इस समाज को प्रतिनिधित्व देने में राजनीति हो रही है।

युवक अपना दर्द बताते हुए भावुक होता उसके आंखों से आंसू निकलने लगे। देखना यह है कि पार्टी एक निष्ठावान कार्यकर्ता को क्या दायित्व देती है या फिर ऐसे निष्ठावान कार्यकर्ता केवल फर्श उठाने और समेटने में ही लगे रहेंगे।