
40 से ज्यादा जिलों में भाजपा नेताओं को जिला कार्यकारिणी का इंतजार
भोपाल: भाजपा जिला कार्यकारिणी के गठन में प्रदेश संगठन को खासी मशक्कत करना पड़ रही है। इसके बाद भी फिलहाल 40 से ज्यादा जिलों में कार्यकारिणी का गठन नहीं हो सका है। इनमें से कई जिलों में जिला कार्यकारिणी के गठन को लेकर पेंच फंसा हुआ है, इसके चलते वहां पर निर्णय नहीं हो पा रहा है। जबकि प्रदेश संगठन द्वारा जिला कार्यकारिणी के लिए सभी स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों से राय लेने के लिए भेजे गए पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट भी आए हुए एक महीने के लगभग होने जा रहा है।
अब तक इन जिलों की कार्यकारिणी हुई घोषित
आगर मालवा, बालाघाट, भोपाल ग्रामीण, बैतूल, सीधी, मऊगंज, देवास, सागर, ग्रामीण, हरदा, मंडला, दमोह, शहडोल, शाजापुर, उज्जैन शहर, उज्जैन ग्रामीण, पांढुर्णा, छिंदवाड़ा, डिंडौरी जिलों की ही कार्यकारिणी घोषित की गई है। बाकी के जिलों में कार्यकारिणी का गठन होना बाकी है।
पीएम के दौरे में व्यस्त रहे संगठन के नेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धार दौरे को लेकर संगठन के अधिकांश और प्रमुख पदाधिकारी पिछले सात दिनों से व्यस्त थे। इस कारण से भी बचे हुए जिलों की कार्यकारिणी पर एक सप्ताह से विचार नहीं हो सका है। अब ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री के दौरे के बाद अब बचे हुए जिलों की कार्यकारिणी बनाने का काम रफ्तार पकड़ सकता है। हालांकि इस बीच सेवा पखवाड़ा भी चल रहा है, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद सहित अन्य पदाधिकारी प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में जाकर सेवा पखवाड़ा में शामिल होंगे। ऐसे में यह माना जा रहा है कि जिला कार्यकारिणी के गठन का काम अक्टूबर में भी जारी रहेंगा। जिन जिलों में पेंच फंस रहा है, उन पर संगठन के पदाधिकारी एक बार फिर से सांसद, विधायकों और पार्टी सगंठन के नेताओं से बातचीत कर सकते हैं।




