मुरैना में कांग्रेस को भाजपा दे सकती है एक और झटका,महापौर शारदा सोलंकी के भाजपा में शामिल होने की अटकले तेज

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मुरैना में कांग्रेस को भाजपा दे सकती है एक और झटका,महापौर शारदा सोलंकी के भाजपा में शामिल होने की अटकले तेज

भोपाल: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को मुरैना में बड़ा झटका लग सकता है। मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने की अटकलें तेजी से चल रही है। मुरैना जिला कांग्रेस के नेताओं से लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेता शारदा सोलंकी से सम्पर्क करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हो पा रही है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कांग्रेस के पूर्व विधायक एवं मुरैना कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राकेश मवई ने भी भाजपा ज्वाइन कर कांग्रेस को झटका दिया था। यदि अब शारदा सोलंकी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गई तो जिले में यह कांग्रेस को दूसरा बड़ा झटका होगा।

सूत्रों की मानी जाए तो महापौर शारदा सोलंकी इन दिनों एक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सम्पर्क में हैं। मुरैना जिला कांग्रेस से लेकर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं और पदाधिकारियों को भी इस संबंध में जानकारी है, जिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपक शर्मा पिछले कुछ दिनों से शारदा सोलंकी से मिलने का प्रयास कर रहे हैं,लेकिन उनकी मुलाकात नहीं हो पा रही है।

कांग्रेस ने लगाया आरोप
प्रदेश कांग्रेस के राज्य निवार्चन संबंधी काम काज के प्रभारी जेपी धनोपिया ने कहा कि शारदा सोलंकी पर दबाव बनाया जा रहा है, उनके जातिप्रमाण पत्र की जांच की जा रही है, इसके लिए उन पर भाजपा में शामिल होने का दबाव बनाया जा रहा है। भाजपा लोकतंत्र की हत्या करने में लगी रहती है। सोलंकी ने हाथ के पंजे के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ा हैं, इसके बाद भी भाजपा उन पर दबाव बनाने का काम कर रही है। वहीं मुरैना कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि हमने भी यह सुना है कि वे भाजपा में जा सकती है। मैं उनसे मिलने गया था, लेकिन पता चला कि वे भोपाल या दिल्ली में हैं। उनके बेटे से मंगलवार को बात हुई थी, उन्होंने बताया कि वे कांग्रेस छोड़कर नहीं जा रही है।

भाजपा बोली हमारे संपर्क में नहीं
इधर मुरैना जिला भाजपा के अध्यक्ष योगेश पाल गुप्ता ने कहा कि चर्चा तो है कि वे भाजपा में आना चाहती है, लेकिन अधिकृत रूप से मेरे सामने इस तरह की कोई बात नहीं आई है। हमारे सम्पर्क में वे नहीं है।

पार्टी बदलने से नहीं जाएगा पद
पार्टी बदलने से महापौर शारदा सोलंकी का पद नहीं जाएगा। दरअसल नगर पालिका और नगर निगम में पार्टी बदलने को लेकर दल बदल कानून लागू नहीं होता है, ऐसे में यदि शारदा सोलंकी ने कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का दामन थामा तो भी वे महापौर के पद पर बरकरार रहेगी।