BJP MLA’s Summoned: सरकार की कार्यप्रणाली से नाराज 3 BJP MLA हुए भोपाल तलब, सभी को किया ताकीद- अनुशासन में रहे!
भोपाल:अपनी ही सरकार से नाराज चल रहे सत्तारुढ़ दल के तीन विधायकों बृजबिहारी पटेरिया, प्रदीप लारिया और प्रदीप पटेल को प्रदेश भाजपा संगठन ने भोपाल तलब किया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा सहित अन्य नेताओं ने इन तीनों विधायकों से वन टू वन चर्चा की।
इन विधायकों को ताकीद किया गया कि यदि पुलिस-प्रशासन स्तर पर कहीं उनकी नाफरमानी होती है तो ऐसे मामलों में पहले संगठन स्तर पर चर्चा करें। सीधे तौर पर सरकारी अमले के खिलाफ सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन करने से सरकार और तंत्र की किरकिरी होती है। इसलिए ऐसे मामलों में तीनों विधायकों को पार्टी अनुशासन का पालन करने और सीधे किसी भी मामले में मोर्चा नहीं खोलने की सलाह दी गई।
भाजपा विधायकों और पार्टी नेताओं की नाराजगी से सार्वजनिक रुप से सरकार की कार्यप्रणाली पर आक्षेप लग रहे है। आमजनता में यह संदेश जा रहा है कि पुलिस, प्रशासन और ब्यूरोक्रेसी सरकार से जुड़े जनप्रतिनिधियों की बात नहीं सुन रहे है। ऐसे में बुदनी और विजयपुर में होने जा रहे उपचुनाव पर भी इसका असर पड़ सकता है।
इन तीनों विधायकों को कहा है कि किसी भी मामले में सार्वजनिक बयानबाजी से बचें, यदि कोई नाराजगी है तो पहले उसे अपने स्तर पर निपटाएं और फिर संगठन पदाधिकारियों के ध्यान में लाए। ऐसे मामलों में संवेदनशील रहे लेकिन सार्वजनिक रुप से छीटाकसी, बयानबाजी कर पार्टी की छवि को धूमिल करने से बचें।
गौरतलब है कि मऊंगंज विधायक प्रदीप पटेल और नरयावली विधायक प्रदीप लारिया ने नशे के खिलाफ मुद्दा उठाया था। पटेल तो नशे के खिलाफ पुलिस की निष्क्रियता से नाराज होकर एडीशनल एसपी के सामने दंडवत प्रणाम करते वीडियो में नजर आए थे। यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वाईरल हुआ था। लारिया अवैध शराब की बिक्री बंद कराने के लिए ज्ञापन देने एसपी कार्यालय पहुंचे थे उनके साथ काफी संख्या में कार्यकर्ता थे। देवरी विधायक बृज बिहारी पटेल ने तो अपनी विधानसभा में सर्पदंश से मौत के मामले में डॉक्टर द्वारा पीएम रिपोर्ट में इसका उल्लेख कराने के लिए चालीस हजार रुपए मांगने पर डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने थाने पहुंचे थे। टीआई द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर उन्होंने धरना दिया और विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया था। बाद में रात में टीआई और डॉक्टर को निलंबित किया गया था तब पटेरिया ने इस्तीफा वापस लिया था। पाटन विधायक अजय विश्नोई और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव भी पटेरिया के पक्ष में उतर आए थे। वहीं विजय राघवगढ़ विधायक संजय पाठक, पिछोर विधायक प्रीतम लोधी को भी संगठन आगे पूछताछ के लिए बुला सकता है।