BJP: 5 साल से अधिक कार्यकाल वाले नहीं होंगे रिपीट, 60 से कम उम्र वाले को जिला अध्यक्ष बनने का मौका!
भारतीय जनता पार्टी पूरे प्रदेश में संगठन पर्व मना रही है। सभी जिलों में भाजपा जिला अध्यक्ष बनाए जाने के लिए रायशुमारी भी शुरु हो गई है। जिलों में पर्यवेक्षक और जिला चुनाव अधिकारी बैठकें कर रहे है। श्रेणीवार कार्यकर्ताओं में से सामान्य वर्ग के लिए तीन नाम मांगे जा रहे है जिनमें एक अन्य पिछड़ा वर्ग भी शामिल है। इसके अलावा एक महिला और अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति वर्ग के क्षेत्र के अनुसार एक-एक जनप्रतिनिधि का नाम भाजपा जिलाध्यक्ष के लिए लिया जा रहा है।
चुनाव अधिकारी क्षेत्र के सांसद, विधायक और अन्य प्रतिनिधियों के साथ रायशुमारी कर रहे है। 28 को रायशुमारी पूरी होंने के बाद 29 और 30 दिसंबर को भोपाल में इन सभी नामों पर मंथन किया जाएगा। मंथन होंने के बाद हर जिले में जिला अध्यक्ष के लिए तीन नामों का पैनल दिल्ली भेजा जाएगा। वहां से अनुमति मिलने के बाद प्रदेशभर में भाजपा जिला अध्यक्षों की घोषणा की जाएगी।
प्रदेश भाजपा संगठन ने इस बार पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वालों को रिपीट नहीं करने का निर्णय लिया है। साठ साल की उम्र का बंधन नहीं है लेकिन इसके अंदर के कार्यकर्ताओं को भाजपा जिला अध्यक्ष बनने का मौका दिया जाएगा। भाजपा के प्रति निष्ठा रखने वाले, बेहतर काम करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर भाजपा का प्रदेशभर का संगठन तय करने की दिशा में पार्टी काम कर रही है।
इन्हें मौका मिलना मुश्किल
मध्यप्रदेश मे जिलों में भाजपा अध्यक्ष के रुप में पांच साल का काम पूरा कर चुके जिला अध्यक्षों को दुबारा जिला अध्यक्ष बनने का मौका नहीं मिलेगा। इनमें सीधी में देव कुमार सिंह चौहान, सतना में सतीश शर्मा, अनूपपुर में रामदास पुरी, विदिशा में राकेश जादौन, सीहोर में रवि मालवीय, खंडवा में सेवादास पटेल, नरसिंहपुर में अभिलाष मिश्रा, उज्जैन शहर में विवेक जोशी, खरगौन में राजेन्द्र राठौड़, दतिया में सुरेन्द्र बुधोलिया, श्योपुर में सुरेन्द्र जाट, शिवपुरी में रवि बाथम, मुरैना में योगेश गुप्ता, निवाड़ी में अखिलेश अयाची, ग्वालियर में कौशल शर्मा, दमोह में प्रीतम लोधी को दुबारा जिला अध्यक्ष बनाए जाना मुश्किल होगा।