Lucknow : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार से बगावत करके इस्तीफा देने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने अपने समर्थकों के साथ SP की सदस्यता ली। उनके साथ भाजपा के कई बागी विधायकों और करीब 300 नेता भी SP में आ गए।
विधानसभा चुनावों की घोषणा के साथ ही राज्य में हलचल तेज हो गई। योगी सरकार में श्रम मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य अपने समर्थक विधायकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह ने भी समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली। सभी का लाल पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया।
स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ धर्म सिंह सैनी, पूर्व मंत्री विधायक भगवती सागर, विनय शाक्य, रोशन लाल वर्मा, डॉ मुकेश वर्मा, बृजेश कुमार प्रजापति, चौधरी अमर सिंह (अपना दल) के पूर्व विधायक, अली युसूफ पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक नीरज, बलराम सैनी पूर्व विधायक, राजेंद्र सिंह पटेल, धनपत राम पूर्व मंत्री, पद्म सिंह, अयोध्या पाल पूर्व विधायक, बंशीलाल, राम अवतार, आरके मौर्य आदि ने भी SP की सदस्यता ली।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि योगी बाबा क्रिकेट खेलना नहीं जानते, तभी कैच छोड़ दिया। स्वामी प्रसाद अपने साथ बड़ी संख्या में लोगों को लेकर आए हैं। योगी बाबा को रटने के साथ गणित का भी अध्यापक लगाना होगा। SP के साथ आज 80% लोग खड़े है। अब 20% भी आ गए है। वे तीन-चौथाई नहीं तीन या चार सीट की बात कर रहे हैं। सरकार को पता था कि स्वामी व धर्म सिंह आ रहे हैं, इसलिए वे गोरखपुर चले गए।
SP के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में इन सभी ने पार्टी की सदस्यता ली। वे भाजपा विधायक जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया, वे भी स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। नेताओं के दल बदलने का सिलसिला भी जारी है। इन सबके साथ राजनीतिक नेताओं की बयानबाजी और गुटबाजी भी अब सामने आने लगी।