

मंत्री, विधायक, सांसदों को व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान की घुट्टी पिलाएगी भाजपा…
कौशल किशोर चतुर्वेदी
हाल ही में 3 जून 2025 को मध्य प्रदेश सरकार ने राजा भभूत सिंह को याद करने पचमढ़ी में डेरा डाला था। कैबिनेट बैठक के बहाने सरकार ने वास्तव में तीन दिन डेरा डालने के लिए पचमढ़ी का मौका मुआयना किया था। और अब भाजपा संगठन और सरकार प्रशिक्षण के बहाने सभी मंत्रियों, विधायकों और सांसदों को तीन दिन तक व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान की घुट्टी पचमढ़ी में पिलाएगी। 14 15 और 16 जून 2025 को मध्य प्रदेश सरकार, सभी भाजपा विधायक और सांसदों के साथ संगठन की निगरानी में रहेगी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में बनी भाजपा सरकार को डेढ़ साल पूरा हो गया है तो वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केंद्र में अपनी सरकार के 11 साल पूरे कर चुके हैं। मध्य प्रदेश में डेढ़ साल की इस पारी में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का व्यवहार पार्टी के सिद्धांतों पर की बार खरा नहीं उतरा है। ऐसे कई अवसर आए हैं जब कार्यकर्ताओं में ऐसा संदेश गया है कि वरिष्ठ मंत्री और वरिष्ठ विधायक सीधे मुख्यमंत्री की गरिमा को चुनौती देते नजर आए हैं। वहीं ऑपरेशन सिंदूर जैसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार की सफलता के बाद प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने जैसी विवादित टिप्पणियां कीं हैं, उससे भी भाजपा सरकार की किरकिरी हुई है। शायद यही वह सारी वजहें हैं, जब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को यह महसूस हुआ कि मध्य प्रदेश के मंत्री, विधायकों और सांसदों को व्यावहारिक और सैद्धांतिक ज्ञान का पाठ पढ़ाना बेहद जरूरी हो गया है। और इसीलिए भाजपा में नंबर दो की हैसियत पर विराजित अमित शाह खुद इस पाठशाला का शुभारंभ करेंगे तो वरिष्ठतम नेताओं में शुमार राजनाथ सिंह ज्ञान की आखिरी डोज पिलाकर तीन दिवसीय मैराथन कक्षाओं का समापन करेंगे। और शायद इसका असर भी मध्य प्रदेश के बीजेपी नेताओं, मंत्रियों, विधायकों और सांसदों में जल्द ही देखने को मिलेगा। वैसे पचमढ़ी में सभी नेता मध्य प्रदेश में मानसून की आमद और सुहाने ठंडक भरे मौसम में ज्ञान को ग्रहण करने में अच्छा अनुभव करेंगे। पार्टी ने इसी उम्मीद से पचमढ़ी को बेहतर क्लासरूम मानकर तीन दिन तक यहां कक्षाएं संचालित करने का बड़ा फैसला किया है।
इस सियासी जमघट में केंद्र के कई दिग्गज नेता और पार्टी के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। तीन दिनों तक चलने वाले प्रशिक्षण वर्ग में सीएम डॉ. मोहन यादव तीनों दिन पचमढ़ी में मौजूद रहेंगे। प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बताया कि यह पार्टी का नियमित प्रशिक्षण शिविर है। इसमें सांसद, विधायक, मंत्री और संगठन के प्रमुख पदाधिकारी शामिल होंगे। कुल करीब 201 प्रतिनिधि इस शिविर में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मध्यप्रदेश सरकार के सभी मंत्री पूरे समय मौजूद रहेंगे। राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ ही केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, सीआर पाटिल, शिवराज सिंह चौहान, सावित्री ठाकुर, डीडी उईके और एल मुरुगन सहित कई कैबिनेट मंत्री उपस्थित रहेंगे। राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े, महेन्द्र सिंह और शिवप्रकाश भी विभिन्न सत्रों में मार्गदर्शन देंगे।
प्रशिक्षण में जनसंघ से भाजपा तक की यात्रा, संगठन की कार्यशैली, पार्टी की नीति-रीति, पब्लिक डीलिंग और मोबाइल मैनेजमेंट जैसे विषयों पर अलग-अलग सत्र होंगे। उद्घाटन सत्र में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जनसंघ से लेकर भाजपा की विकास यात्रा के बारे में व्याख्यान देंगे। उद्घाटन के बाद पहले सत्र में “हमारा विचार और पंच निष्ठा” विषय पर प्रदेश प्रभारी डॉ महेंद्र सिंह और वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव संबोधन देंगे। इसके बाद दूसरे सत्र में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और सांसद बंशीलाल गुर्जर भाजपा की कार्यपद्धति पर जानकारी देंगे। यानि कि इस प्रशिक्षण वर्ग में सैद्धांतिक और व्यावहारिक विषयों पर बराबरी से ध्यान केंद्रित किया जाएगा। भाजपा किस तरह से देश में काम कर रही है और मध्य प्रदेश के मंत्री, विधायक और सांसदों को क्या सीखने की खास जरूरत है, तीन दिन के इस महासंगम में इस खास ज्ञान के महासागर में इन सबको खास डुबकी लगवाई जाएगी। और यह भी अहसास करवाया जाएगा कि भाजपा संगठन तंत्र के आधार पर काम करने वाला विशिष्ट दल है। ऐसे में सरकारी तंत्र और संगठन के बीच किस तरह से संबंध होना चाहिए और कहां कमी महसूस की जा रही है, इसका पाठ भी खास तौर पर पढ़ाया जाएगा।
प्रदेश सरकार के मंत्री विजय शाह पचमढ़ी के इस प्रशिक्षण वर्ग में सरकार और संगठन का ध्यान विशेष रूप से आकर्षित करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर की नायिका कर्नल सोफिया पर उनके बयान ने पूरे देश में सरगर्मी मचाई थी। इसके चलते शाह 3 जून 2025 को पचमढ़ी में हुई कैबिनेट बैठक में उपस्थित नहीं हुए थे। अतिविशिष्ट मेहमानों की उपस्थिति के चलते पचमढ़ी में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। इसका फायदा सुरक्षित माहौल में ज्ञान ग्रहण करने में सभी को मिलेगा। तो यही उम्मीद की जा सकती है कि प्रशिक्षण वर्ग के बाद भाजपा के प्रशिक्षित मंत्री, विधायक और सांसद सैद्धांतिक और व्यवहारिक ज्ञान में पूरी तरह से पारंगत नजर आएंगे। वहीं संगठन के साथ तालमेल का व्यवहारिक ज्ञान भी सीख जाएंगे। कार्यकर्ताओं को खुश रखने का तरीका भी सीखेंगे तो पब्लिक डीलिंग जैसा विषय बारीकी से पढ़कर खुद में निखार लाकर डबल इंजन की सरकारों का भविष्य सुरक्षित करेंगे…।