दीनदयाल अंत्योदय समितियों के जरिए भाजपा कार्यकर्ताओं की सत्ता में हिस्सेदारी,1.25 लाख जमीनी कार्यकर्ता होंगे एडजस्ट
भोपाल:भाजपा कार्यकर्ता अब दीनदयाल अंत्योदय समितियों के जरिए सरकार अपने संगठन के कार्यकर्ताओं को साधने का काम करने जा रही है। ग्राम पंचायत, ब्लॉक, जिला, नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत और प्रदेश स्तर तक अंत्योदय समितियां गठित की जाने की तैयारी की जा रही हैं। शासन जल्द ही इस पर निर्णय लेने वाला है। इसके जरिए भाजपा के करीब सवा लाख कार्यकर्ताओं की सत्ता में भागीदारी होगी। हालांकि इससे पहले डॉ. मोहन यादव सरकार को मंत्रियों को जिलों का प्रभार देना होगा, क्योंकि प्रभारी मंत्री इन समितियों के जिलों में अध्यक्ष होते हैं।
प्रदेश भाजपा की ओर से अंत्योदय समितियों के लिए कार्यकतार्ओं के नामों की अनुशंसा की जाएगी। आगामी कुछ महीनों के भीतर करीब सवा लाख कार्यकर्ता अंत्योदय समितियों के जरिए सरकार का हिस्सा बन जाएंगे। ये कार्यकर्ता केंद्र एवं राज्य सरकार के हर काम पर नजर रखेंगे और सीधे शासन को रिपोर्ट करेंगे। खास बात यह है कि इन समितियों में महिलाओं की भी भागीदारी होगी।
अंत्योदय समितियों के गठन को भाजपा कार्यकर्ताओं को महत्व दिए जाने से जोड़ कर देखा जा रहा है। समितियों के जरिए सवा लाख ऐसे कार्यकर्ता जुड़ेंगे जो मूलत: भाजपाई है। सरकार का हिस्सा बनने से ये पार्टी का समर्पित भाव से काम करेंगे। प्रदेश की 23 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में गठित होने वाली अंत्योदय समितियों से सवा लाख कार्यकर्ता जुड़ेंगे, ब्लॉक समितियों से करीब साढ़े चार हजार कार्यकर्ता, नगर पंचायतों की समितियों से करीब दो हजार कार्यकर्ता, नगर पालिकाओं में डेढ़ हजार कार्यकर्ता, नगर निगमों की समितियों से करीब साढ़े तीन सौ कार्यकर्ता, जिला समितियों से डेढ़ हजार कार्यकर्ता और प्रदेश स्तरीय अंत्योदय समिति से 50 से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता जुड़ेंगे।
हर माह होती है बैठक
अंत्योदय समितियों के सदस्यों को सरकार द्वारा अधिकृत किया जाएगा। जिसमें पार्टी की जिला इकाई की अनुशंसा पर ग्राम पंचायत एवं ब्लॉक स्तर की समितियों के पदाधिकारियों को कलेक्टर अधिकृत करेंगे। जिला स्तरीय अंत्योदय समिति के अध्यक्ष प्रभारी मंत्री होंगे। जबकि राज्य स्तरीय समिति के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। समितियों के तय मापदंड के तहत ग्राम पंचायत स्तरीय समितियों में 5, नगर पंचायत में 7, ब्लॉक एवं नगर पालिका स्तर की समितियों में 15-15 सदस्य, नगर निगमों में 21, जिला स्तरीय समितियों में 25 एवं राज्य स्तरीय अंत्योदय समिति में 50 से ज्यादा सदस्य शामिल होंगे। ब्लॉक और जिला कमेटियां हर माह बैठक करेंगी। ये समितियां का कार्यकाल पांच साल का होता है।