भाजपा युवा मोर्चा में नई ऊर्जा की तलाश,अध्यक्ष पद पाने कई युवा नेताओं के बीच मुकाबला 

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भाजपा युवा मोर्चा में नई ऊर्जा की तलाश,अध्यक्ष पद पाने कई युवा नेताओं के बीच मुकाबला 

भोपाल: मध्य प्रदेश भाजपा में अब युवा मोर्चा की कमान कौन संभालेगा, इस पर मंथन तेज हो गया है। पार्टी संगठन में फिलहाल यह सबसे चर्चित और प्रतिस्पर्धी पद बन गया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल अब युवा मोर्चा को नए सिरे से संवारने की तैयारी में है। संगठन का फोकस ऐसे नेतृत्व पर है जो न सिर्फ ऊजार्वान हो बल्कि कार्यकतार्ओं के बीच भी स्वीकार्यता रखता हो, इन सब के बीच प्रदेश भाजपा के कई नेता भी जोर लगा रहे हैं ताकि उनका समर्थक युवा नेता इस पद पर वे काबिज करवाने में सफल हो जाएं।

प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर राजधानी से लेकर जिला मुख्यालयों तक हलचल मची हुई है। कई युवा नेता इस दौड़ में पूरी ताकत झोंक रहे हैं। इनमें वर्तमान महामंत्री राहुल तिवारी, उपाध्यक्ष विवेक चौहान, मीडिया प्रभारी अंकित गर्ग के साथ ही योगेंद्र सिंह, कुलदीप राठौर, प्रवीण शर्मा और गजेंद्र तोमर के नाम चर्चा में बताए जा रहे हैं। इनमें से कुछ नेता संगठन में लंबे समय से सक्रिय हैं, जबकि कुछ युवा नेता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से निकटता रखते हैं। वहीं अंशुल तिवारी का नाम भी चर्चा में है, लेकिन संगठन की तय आयु सीमा उनके रास्ते में बाधा बन सकती है। अंशुल तिवारी को प्रदेश संगठन के एक नेता का करीबी माना जाता है। युवा मोर्चा के नियमों के मुताबिक अध्यक्ष की आयु सीमा 35 वर्ष तक रखी गई है। बताया जा रहा है कि अंशुल इस सीमा को पार कर चुके हैं, जिसके चलते उनकी दावेदारी कमजोर पड़ सकती है।

मोर्चा तभी रहा प्रभावी जब कमान संगठन में सक्रिय नेता को

पार्टी के भीतर यह राय भी मुखर हो रही है कि मोर्चा तभी प्रभावी ढंग से चलता है जब कमान संगठन के भीतर से किसी ऐसे चेहरे को सौंपी जाती है जो युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं के बीच सक्रिय रहा हो। पिछले अनुभवों से भी यह बात साबित होती रही है। जिन कार्यकर्ताओं ने मोर्चा के ढांचे के भीतर रहकर काम किया, उनके नेतृत्व में संगठन ने जमीन पर बेहतर प्रदर्शन किया। हालांकि, अतीत में कुछ अपवाद भी रहे हैं, अमरदीप मौर्य और विपिन दीक्षित जैसे नेताओं को मोर्चा से बाहर होने के बावजूद अध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन इन प्रयोगों के नतीजे युवा मोर्चा के लिए उत्साहजनक नहीं रहे।

*तय करेंगे तीन नेता* 

सूत्रों की मानी जाए तो बिहार विधानसभा चुनाव के बाद इस पर तेजी से मंथन होगा। जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ ही प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल इस नियुक्ति को लेकर चर्चा करेंगे। जिसमें करीब एक दर्जन युवा नेताओं के नाम पर चर्चा हो सकती है। प्रदेश से यहां से नाम तय होने के बाद केंद्रीय संगठन से भी सहमति ली जाएगी। इसके बाद ही युवा मोर्चा के अध्यक्ष का ऐलान संभव है।